भारत धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिकता से भरा देश है और उसमे भी देव भूमि से जाना जाने वाला राज्य उत्तराखंड। आने वाले कुछ सालों में भारत में लोग धार्मिक तीर्थस्थलों में घूमने का शौक रखने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है।इसी राज्य में नैनीताल के पास बसा है राम भक्त हनुमान के रूप में जाने वाले शिप्रा नदी के किनारे कैंची धाम यानी नीम करौली बाबा का दरबार। हर साल बड़ी संख्या में लोग कैंची धाम नीम करौली बाबा का दर्शन करने जाते है। कैंची धाम को सबसे ज्यादा पसंद किया जा रहा है। यह जगह बेहद खूबसूरत और मनमोहक है। प्रकृति के गोद और लगभग दिखने में चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा है कैंची धाम आश्रम।
कैंची धाम के प्रति श्रद्धा पिछले कुछ वर्षों में लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके पीछे माना जाता है कि नीम करौली बाबा को हनुमान जी के उपासना से सिद्धिया प्राप्त थी। भक्त उन्हें हनुमान जी का अवतार मानते है।एक आम आदमी की तरह जीवन जीने वाले नीम करौली बाबा हमेशा राम राम… का नाम जपते रहते थे। भक्तों के बीच में नीम करौली का किया हुआ बहुतों चमत्कार प्रचलित है। ना जाने कितने किस्से नीम करौली बाबा और उनके धाम से जुड़े है, जिसके कारण भक्त उनकी महिमा और कथा को सुनकर खींचे चले आते है। देश विदेश में लगभग 100 से ज्यादा आश्रम नीम करौली बाबा के नाम से उनके भक्तों द्वारा स्थापित है। इन धामों में सबसे बड़ा और प्रचलित धाम उत्तराखंड के नैनीताल वाला कैंची धाम ही है। भक्तों के बीच में कहना है की कैंची धाम आकर एक अलग ऊर्जा का संचार होता है। एक अलग परिवर्तन होता है जिंदगी में। इसका वजह यह है की यह भूमि दुनिया भर के कई हस्तियां, जिसमें एप्पल के मालिक स्टीव जॉब्स, फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग, प्रसिद्ध क्रिकेटर विराट कोहली और उनकी पत्नी अभिनेत्री अनुष्का शर्मा के साथ कई अन्य प्रमुख हस्तियां के आने बाद श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है।
कैसे पहुंचे कैंची धाम नीम करौली बाबा आश्रम
कैंची धाम उत्तराखंड राज्य के नैनीताल के पास स्थित है। रेलगाड़ी से जाने के लिए आपको निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम है। काठगोदाम से सड़क मार्ग से दूरी लगभग 40 किलोमीटर है। जिसके लिए बस और छोटी गाड़ी, बड़ी गाड़ी सब जाती है। हवाई यात्रा के लिए निकटतम हवाई अड्डा कैंची धाम से करीब 70 किलोमीटर दूर पंतनगर हवाई अड्डा है। यहां से कैंची धाम के लिए टैक्सी और बस दोनों की सेवा मिल जायेगी। सड़क मार्ग के लिए दिल्ली से नैनीताल की दूरी लगभग 325 किलोमीटर है और नैनीताल की दूरी 20 किलोमीटर है।
कब जाने का समय सही है कैंची धाम
कैंची धाम, नीम करौली बाबा आश्रम जाने के लिए सही समय मार्च से जून तक सही रहेगा। क्योंकि इस गर्मी के मौसम में ये जगह सदाबहार बना रहता है। इस समय अपने आप को आप प्रकृति के निकट पाएंगे।
इसके अलावा सितंबर से नवंबर तक का मौसम भी अच्छा रहता है क्योंकि वर्षा ऋतु जाने के बाद ये जगह अपने आप को नयापन का एहसास कराते रहता है। इस समय यहां का मौसम ऑसम बना रहता है।
कैंची धाम घूमने का खर्च और रहने के लिए जगह
कैंची धाम के लिए दिल्ली से काठगोदाम तक रेलगाड़ी से जाने का खर्च 400 से 1500 रुपया है। काठगोदाम से कैंची धाम तक बस 120 रुपया का और टैक्सी से 600 रुपया तक खर्च हो सकता है। यहां रुकने का 400 से लेकर 1500 रुपया तक होटल का खर्च पड़ता है। खाने का खर्च आपका 100 से 200 तक लग सकता है।