एक सादगीभरे खिलाड़ी की ऐतिहासिक छलांग
क्या आपने कभी सोचा है कि कोई ऐसा खिलाड़ी, जिसे क्रिकेट का भगवान नहीं कहा गया, न जिसकी कप्तानी में कोई बड़ी ट्रॉफी आई, वो भी क्रिकेट के महानतम नामों में से एक सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ सकता है? जी हां, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के रजत पाटीदार ने कुछ ऐसा ही कर दिखाया। पंजाब किंग्स के खिलाफ मुकाबले में उन्होंने 18 गेंदों पर 23 रन बनाकर IPL में अपने 1000 रन पूरे किए। ये सिर्फ एक रिकॉर्ड नहीं था—बल्कि एक नई शुरुआत का संकेत था। एक शांत, संयमी और मेहनती बल्लेबाज़ के तौर पर पाटीदार ने न सिर्फ रिकॉर्ड बुक में अपनी जगह बनाई, बल्कि भारतीय क्रिकेट में एक नई उम्मीद भी जगाई।
बारिश, दबाव और फिर भी चमकता नाम
पंजाब किंग्स के खिलाफ बारिश से प्रभावित इस मैच को 14-14 ओवर का कर दिया गया था। कठिन पिच और सीमित समय ने RCB की बल्लेबाज़ी को चुनौती में डाल दिया। विराट कोहली और लियाम लिविंगस्टोन जैसे बड़े नाम असफल रहे, लेकिन रजत पाटीदार ने परिस्थिति को समझते हुए संयम और आक्रामकता का बेहतरीन संतुलन दिखाया। जब टीम को सबसे ज़्यादा ज़रूरत थी, तब पाटीदार ने जिम्मेदारी उठाई। हालांकि, टिम डेविड की 50 रनों की पारी के बावजूद RCB को मैच में 5 विकेट से हार मिली—but पाटीदार की चमक फीकी नहीं पड़ी।
रिकॉर्ड जो बना मिसाल
रजत पाटीदार ने IPL इतिहास में सिर्फ 30 पारियों में 1000 रन पूरे करके बड़ा कारनामा किया। इससे पहले ये रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर और ऋतुराज गायकवाड़ के नाम था, जिन्हें 31 पारियां लगी थीं। उनसे तेज़ सिर्फ साई सुदर्शन हैं, जिन्होंने 25 पारियों में ये उपलब्धि हासिल की। ये आंकड़े केवल संख्याएं नहीं, बल्कि एक बड़े बदलाव की दस्तक हैं। अब क्रिकेट सिर्फ नाम या लोकप्रियता से नहीं, बल्कि मैदान पर किए गए असली प्रदर्शन से पहचाना जाता है—और पाटीदार इस बदलाव के अगुआ बनकर उभरे हैं।
आंकड़े जो कहानी कहते हैं
अब तक रजत पाटीदार ने 34 IPL मैचों की 30 पारियों में 1008 रन बनाए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 112 रन है, जो अब तक का उनका एकमात्र शतक है। इसके अलावा उनके नाम 9 अर्धशतक, 69 चौके और 64 छक्के दर्ज हैं। ये आंकड़े साबित करते हैं कि पाटीदार न सिर्फ निरंतरता से रन बना सकते हैं, बल्कि बड़े मैचों में दबाव झेलने की ताकत भी रखते हैं। ऐसे खिलाड़ी ही किसी टीम को टूर्नामेंट में सफलता दिला सकते हैं। रजत पाटीदार का जज़्बा और उनका काम से बोलना, उन्हें आज के क्रिकेट सितारों में सबसे अलग बनाता है।