न्यूज डेस्क : बिहार की राजनीति में सियासी घमासान लगातार जारी है। नेताओं का कभी कुर्सी बदलाव हो रहा है, तो कभी उनका विचार। हां यह जरूर है की इन सब बदलावों में नेता जनता की भलाई का ही चर्चा कर रहे हैं। नेताओं के काम से भले ही जनता चर्चा करें या ना करें लेकिन उनकी कुर्सी के आदला बदली का चर्चा जरूर हो रहा है। लोकसभा चुनाव से पहले बिहार की राजनीति में अदला-बदली का माहौल छाया हुआ है।
पूर्व सांसद पप्पू यादव ने अपनी पार्टी जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया है। जन अधिकार पार्टी अध्यक्ष पप्पू यादव ने खुद इसका ऐलान किया है। पप्पू यादव को दिल्ली में कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा और कांग्रेस के कई अन्य प्रमुख नेता ने पार्टी का प्राथमिक सदस्यता दिलवाया। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा की JAP और पप्पू यादव किसी भी परिचय के मोहताज नहीं हैं। पप्पू यादव एक कद्दावर नेता हैं। वे आज कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व, नीतियों और दिशा से प्रभावित होकर कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं. वे ‘जन अधिकार पार्टी’ का भी कांग्रेस में विलय कर रहे हैं. ये विलय साधारण नहीं है, बल्कि ऐतिहासिक है। आपको बता दे की पप्पू यादव के पत्नी रंजीता रंजन कांग्रेस में राज्यसभा सांसद है। और वो कांग्रेस के पुराने कैडर नेता के रूप में जानी जाती है।
कांग्रेस का सदस्यता लेकर पप्पू यादव ने कहा, राहुल गांधी के साथ मेरा संबंध हमेशा एक भाई की तरह रहा है, मुझे हमेशा उनका स्नेह मिलता रहा है। राहुल गांधी ने संविधान बचाने के लिए लड़ाई लड़ी, वो वर्ल्ड हिस्ट्री है। प्रियंका गांधी ने भी बहन की तरह व्यवहार किया है. मैं 2024 में पूर्णिया सीट से चुनाव लड़ने को लेकर कांग्रेस नेतृत्व को कह चुका हूं. अब उन्हें फैसला लेना है।
पूर्णिया लोकसभा सीट से लड़ सकते है चुनाव
पप्पू यादव ने अपनी पार्टी जन अधिकार पार्टी को किया कांग्रेस में विलय, पूर्णिया लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। पूर्णिया सीट के लिए पप्पू यादव सभा और रैली कर रहे है। पप्पू यादव पूर्णिया सीट से 3 बार लोकसभा चुनाव जीत चुके है। पहली बार 1991 लोकसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पप्पू यादव चुनाव लड़े और जीत हासिल की। 1996 के लोकसभा चुनाव में सपा ने उम्मीदवार बनाया और चुनाव जीते। 1999 के चुनाव में पप्पू यादव फिर से निर्दलीय चुनाव लड़े और तीसरी बार सांसद बने। 1991 से लेकर 2014 के बीच वे पांच बार सांसद रहे, लेकिन 2019 में मोदी लहर में वे अपनी सीट नहीं बचा सके। अब 2024 के लोकसभा चुनाव में पप्पू यादव पूर्णिया सीट से सियासी मैदान में उतरेंगे। पप्पू यादव सीमांचल क्षेत्र से बड़े नेता के रूप में जाने जाते है।
राजद में हुए शामिल
2004 के उपचुनाव में पप्पू यादव मधेपुरा सीट पर हुए उपचुनाव में राजद के टिकट पर चुनाव लड़े और जीत हासिल की। राजद पार्टी में आपसी खींचतानी के कारण 2009 में पप्पू यादव राजद से बाहर हो गए। लालू यादव के कहने पर 2014 में पप्पू फिर से राजद के टिकट से मधेपुरा से चुनाव लड़े और जीते। 2016 में पप्पू यादव ने अपना पार्टी जन अधिकार पार्टी बनाया।
पूर्णिया लोकसभा सीट से लड़ सकते है चुनाव