पटना: बिहार सरकार ने शिक्षक बनने का सपना देख रहे हजारों युवाओं को इस होली एक बड़ा तोहफा दिया है। बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के शिक्षक भर्ती फेज-3 (TRE-3) के तहत चयनित 51,359 अभ्यर्थियों को रविवार को औपचारिक रूप से नियुक्ति पत्र सौंपे गए। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने स्वयं 10,739 नव-नियुक्त शिक्षकों को ज्वॉइनिंग लेटर सौंपे। इसके अलावा, राज्य के अन्य 31 जिलों में भी अलग-अलग समारोहों के माध्यम से नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने शिक्षकों से बिहार में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने का आह्वान किया और सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।
गांधी मैदान में भव्य समारोह, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े अभ्यर्थी
राजधानी पटना के गांधी मैदान में हुए इस विशाल समारोह में हजारों की संख्या में शिक्षक शामिल हुए। वहीं, जो अभ्यर्थी पटना नहीं पहुंच सके, उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने जिलों में आयोजित कार्यक्रमों से जोड़ा गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, “हमारी सरकार राज्य में शिक्षा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए कृतसंकल्प है। शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को तेज किया गया है ताकि बिहार के हर स्कूल में योग्य शिक्षकों की नियुक्ति हो सके।” वहीं, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने भी सरकार की प्राथमिकताओं को दोहराते हुए नव-नियुक्त शिक्षकों को शुभकामनाएं दीं और शिक्षा सुधारों पर बल दिया।
जल्द जारी होगा PGT और गेस्ट टीचर भर्ती का परिणाम
शिक्षा विभाग के सूत्रों के मुताबिक, उच्च माध्यमिक विद्यालयों में स्नातकोत्तर शिक्षक (PGT) के 6 विषयों और गेस्ट टीचर भर्ती परीक्षा का परिणाम भी जल्द जारी किया जाएगा। सरकार इस प्रक्रिया को तेज करने के प्रयास में है ताकि चयनित शिक्षकों को जल्दी से जल्दी स्कूलों में भेजा जा सके। अधिकारियों के अनुसार, परिणाम जारी होने के दो दिनों के भीतर जिला आवंटन की प्रक्रिया भी पूरी कर ली जाएगी।
CTET 82 अंक वाले अभ्यर्थियों पर जल्द फैसला संभव
शिक्षक भर्ती प्रक्रिया से जुड़े अभ्यर्थियों के लिए एक और बड़ी खबर यह है कि सरकार जल्द ही उन उम्मीदवारों के लिए निर्णय ले सकती है, जिन्होंने केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) में 82 अंक प्राप्त किए हैं। इस मुद्दे पर लंबे समय से अभ्यर्थी स्पष्ट दिशा-निर्देशों की मांग कर रहे हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस पर सरकार जल्द ही ठोस फैसला ले सकती है।
बिहार सरकार के इस ऐतिहासिक कदम से न केवल हजारों अभ्यर्थियों को रोजगार का अवसर मिला है, बल्कि शिक्षा व्यवस्था को भी एक नई दिशा देने की कोशिश की गई है। यह पहल राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने में मदद करेगी, जिससे छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकेगी।