क्या hotels-restaurants हमें ठग रहे हैं? दिल्ली हाई कोर्ट का बड़ा फैसला!

क्या आपको कभी बिना पूछे सर्विस चार्ज देना पड़ा है? क्या होटल वाले आपके अधिकारों का उल्लंघन कर रहे हैं? आइए जानते हैं इस रहस्यमयी फैसले की पूरी सच्चाई!

1. बिना पूछे सर्विस चार्ज? अब नहीं चलेगा ये खेल!

दिल्ली हाई कोर्ट ने हाल ही में एक अहम फैसला सुनाया है, जिसमें होटल और रेस्टोरेंट को स्पष्ट रूप से मना कर दिया गया है कि वे खाने के बिल में सर्विस चार्ज को अनिवार्य रूप से नहीं जोड़ सकते। क्या ये फैसला ग्राहकों के लिए राहत है, या फिर होटल इंडस्ट्री के लिए बड़ा झटका? इस फैसले के बाद होटल मालिकों में हड़कंप मच गया है, क्योंकि अब ग्राहक अपनी मर्जी से ही सर्विस चार्ज देंगे। आपके साथ कभी ऐसा हुआ है कि बिना आपकी मंजूरी के सर्विस चार्ज जोड़ दिया गया हो?


2. क्या होटल इंडस्ट्री छिपा रही थी कोई साजिश?

नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) और फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसमें उन्होंने दावा किया कि ऐसा कोई कानून नहीं है जो सर्विस चार्ज लगाने से रोकता हो। लेकिन कोर्ट ने न केवल इस याचिका को खारिज कर दिया, बल्कि रेस्टोरेंट एसोसिएशन पर एक लाख रुपये का जुर्माना भी ठोक दिया! क्या होटल इंडस्ट्री लंबे समय से ग्राहकों को गुमराह कर रही थी?


3. सर्विस चार्ज को लेकर कोर्ट ने क्या कहा?

कोर्ट ने साफ कर दिया कि:
✔️ कोई भी होटल या रेस्टोरेंट सर्विस चार्ज को बिल में डिफ़ॉल्ट रूप से नहीं जोड़ सकता।
✔️ ग्राहकों को यह बताना अनिवार्य होगा कि सर्विस चार्ज पूरी तरह से ऑप्शनल है।
✔️ किसी भी ग्राहक को जबरदस्ती सर्विस चार्ज देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।
✔️ सर्विस चार्ज को जीएसटी के साथ जोड़कर वसूला नहीं जा सकता।

यह सुनकर कई लोग सोच रहे हैं – क्या इससे उपभोक्ताओं के अधिकारों की रक्षा होगी, या होटल इंडस्ट्री को भारी नुकसान होगा?


4. होटल एसोसिएशन का तर्क – क्या वाकई ये आदेश सही है?

NRAI का कहना है कि सरकार के आदेश के बिना सिर्फ एक गाइडलाइन को कानूनी रूप से बाध्यकारी नहीं माना जा सकता। उनका दावा है कि ये दिशानिर्देश मनमाने और अस्थिर हैं और इन्हें रद्द किया जाना चाहिए। लेकिन कोर्ट ने इस तर्क को पूरी तरह नकार दिया। अब सवाल ये उठता है – क्या होटल-रेस्टोरेंट ग्राहकों से वसूले गए लाखों-करोड़ों के सर्विस चार्ज को वापस करेंगे?


5. अब ग्राहक क्या करें? आपके अधिकार क्या हैं?

अगर अगली बार कोई होटल आपसे जबरदस्ती सर्विस चार्ज वसूलने की कोशिश करे, तो आप क्या कर सकते हैं?
🔹 होटल या रेस्टोरेंट के मैनेजर से सीधे मना करें।
🔹 अगर वे जबरदस्ती करें, तो उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण में शिकायत दर्ज कराएं।
🔹 क्या आपको लगता है कि सर्विस चार्ज पूरी तरह खत्म हो जाना चाहिए?

अब ये देखना दिलचस्प होगा कि होटल इंडस्ट्री इस फैसले पर क्या प्रतिक्रिया देती है और ग्राहक अपने अधिकारों के प्रति कितने जागरूक होते हैं

आपका क्या सोचना है? क्या सर्विस चार्ज अनिवार्य होना चाहिए या पूरी तरह खत्म कर देना चाहिए? कमेंट में अपनी राय बताएं!

Leave a Comment