बिहार पुलिस में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 108 डीएसपी के तबादले, आलोक सिंह को पटना ट्रैफिक की जिम्मेदारी

बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले पुलिस प्रशासन में बड़ा फेरबदल किया गया है। गृह विभाग ने 108 डीएसपी के तबादले का आदेश जारी किया है। इस फेरबदल में राजधानी पटना समेत राज्य के अन्य प्रमुख शहरों के पुलिस अधिकारियों का तबादला किया गया है। इनमें राजगीर पुलिस अकादमी, अपराध अनुसंधान विभाग, ट्रैफिक विभाग, निगरानी अन्वेषण विभाग समेत कई प्रमुख शाखाओं में नए अधिकारी तैनात किए गए हैं। इस बदलाव को चुनावी तैयारी के तहत प्रशासनिक मजबूती के रूप में देखा जा रहा है।

तबादलों की अहमियत और चुनावी रणनीति

बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले विभिन्न विभागों में ट्रांसफर-पोस्टिंग की प्रक्रिया जोरों पर है। रविवार के अवकाश के दिन भी 108 डीएसपी के तबादलों की अधिसूचना जारी की गई, जिससे इसकी अहमियत स्पष्ट होती है। बिहार पुलिस में बड़े पैमाने पर अधिकारियों को नई जिम्मेदारियां दी गई हैं, जिससे चुनावी सुरक्षा और प्रशासनिक कार्यों में अधिक प्रभावशीलता लाई जा सके।

किन अधिकारियों को मिली नई जिम्मेदारी?

इस फेरबदल में कई अनुभवी पुलिस अधिकारियों को नई जिम्मेदारी दी गई है।

आलोक कुमार सिंह को पटना ट्रैफिक का नया एएसपी बनाया गया है।

अजय प्रसाद को अपराध अनुसंधान विभाग, पटना में पुलिस अधीक्षक के रूप में नियुक्त किया गया है।

कुमार सागर को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, पटना का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है।

सुरभ सुमन को विशेष शाखा, बिहार पटना का पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है।

अनिल कुमार को अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, खड़कपुर मुंगेर बनाया गया है।

नवल किशोर को सारण से मोतिहारी भेजा गया, जहां उन्हें पुलिस अधीक्षक (यातायात) की जिम्मेदारी दी गई है।

बसंती टुडू को दहेज निरोध एवं महिला कोषांग, अपराध अनुसंधान विभाग, पटना में भेजा गया है।

पटना पर सबसे ज्यादा ध्यान, क्या है कारण?

तबादले की सूची में सबसे ज्यादा अधिकारी पटना भेजे गए हैं। चुनावी माहौल में राजधानी पटना की कानून व्यवस्था बेहद अहम मानी जाती है। पटना में भीड़भाड़ और ट्रैफिक नियंत्रण को सुचारु बनाने के लिए अनुभवी अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है।

चुनाव से पहले पुलिस प्रशासन में बदलाव क्यों जरूरी?

बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए पुलिस प्रशासन में किए गए ये बदलाव सुरक्षा और निष्पक्ष चुनाव संचालन के लिए अहम माने जा रहे हैं।

पुलिस व्यवस्था को मजबूत करने के लिए अनुभवी अधिकारियों की तैनाती की गई है।

ट्रैफिक और लॉ एंड ऑर्डर को सुचारु बनाए रखने के लिए विशेष ध्यान दिया गया है।

अपराध नियंत्रण और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए विशेष शाखाओं में सक्षम अधिकारियों की तैनाती की गई है।

आगे की राह और प्रशासन की तैयारी

बिहार पुलिस विभाग अब इन नई नियुक्तियों के साथ चुनावी तैयारियों में जुट जाएगा। गृह विभाग के अनुसार, यह फेरबदल कानून व्यवस्था को और मजबूत बनाने और चुनाव को पारदर्शी और सुरक्षित रखने के लिए किया गया है। सभी डीएसपी अधिकारियों को अपनी नई तैनाती के स्थान पर जल्द से जल्द योगदान करने का निर्देश दिया गया है।

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