JAC बोर्ड परीक्षा 2025: गिरिडीह में प्रश्नपत्र लीक होने का दावा, छात्रों से ठगे गए हजारों रुपए

व्हाट्सऐप पर वायरल प्रश्नपत्र से परीक्षा में मची हलचल

गिरिडीह जिले से झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) बोर्ड परीक्षा 2025 में 10वीं विज्ञान विषय का प्रश्नपत्र वायरल होने की सनसनीखेज खबर आई है। दावा किया जा रहा है कि यह प्रश्नपत्र व्हाट्सऐप के माध्यम से छात्रों तक पहुंचाया गया, जिसके बदले उनसे मोटी रकम वसूली गई। हालांकि, JAC के अध्यक्ष डॉ. नटवा हंसदा ने स्पष्ट किया कि अब तक किसी भी जिले से इस संबंध में कोई आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई है।

प्रश्नपत्र लीक की खबर से छात्रों में मची अफरा-तफरी

20 फरवरी को आयोजित होने वाली इस परीक्षा का प्रश्नपत्र कथित तौर पर 72 पृष्ठों का था, जिसमें कुल 52 प्रश्न शामिल थे। इस प्रश्नपत्र को चार खंडों – A, B, C और D में विभाजित किया गया था, जिसमें 30 वस्तुनिष्ठ प्रश्न भी शामिल थे। मंगलवार सुबह से ही यह प्रश्नपत्र व्हाट्सऐप पर प्रसारित हो रहा था, जिससे छात्रों और अभिभावकों में हड़कंप मच गया।

शिक्षा विभाग ने लीक की खबरों को किया खारिज

हालांकि, शिक्षा विभाग ने इस दावे को खारिज कर दिया है। प्रशासन का कहना है कि परीक्षाएं पूरी सतर्कता और सुरक्षा के बीच संपन्न हो रही हैं और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं है। इसके बावजूद, शिक्षा विभाग ने पूरे मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।

प्रश्नपत्र लीक की संभावना से प्रशासन ने किया इनकार

गिरिडीह जिला मुख्यालय समेत कई अन्य इलाकों में इस प्रश्नपत्र की खरीद-फरोख्त की चर्चाएं जोरों पर हैं। लेकिन प्रशासन ने स्पष्ट किया कि परीक्षा से दो दिन पूर्व प्रश्नपत्र लीक होने की कोई संभावना नहीं है। परीक्षा प्रश्नपत्रों को पूरी सुरक्षा के साथ बैंक और ट्रेजरी के स्ट्रांग रूम में रखा गया था।

📊 संभावित परीक्षा लीक मामलों की स्थिति

जिला विषय वायरल होने का माध्यम प्रशासन की प्रतिक्रिया
गिरिडीह विज्ञान व्हाट्सऐप जांच के आदेश दिए गए
कोडरमा हिंदी यूट्यूब कोई आधिकारिक शिकायत नहीं
बोकारो नकल प्रकरण परीक्षा केंद्र सख्त कार्रवाई की गई

कोडरमा में हिंदी का प्रश्नपत्र भी वायरल होने का दावा

कोडरमा जिले में भी परीक्षा शुरू होने से पहले 10वीं हिंदी विषय का प्रश्नपत्र वायरल होने का दावा किया गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह प्रश्नपत्र परीक्षा से पहले यूट्यूब चैनल “JAC अपडेट सर” पर अपलोड किया गया था, जिसमें उत्तर भी दिए गए थे। छात्रों ने दावा किया कि परीक्षा में वही प्रश्न आए थे, लेकिन प्रशासन को अब तक कोई आधिकारिक शिकायत प्राप्त नहीं हुई है।

कदाचार पर प्रशासन का सख्त रुख, कई गिरफ्तार

JAC बोर्ड परीक्षा में नकल और कदाचार को रोकने के लिए प्रशासन सख्त कदम उठा रहा है। बोकारो जिले में परीक्षा में नकल करते हुए पकड़े जाने पर एक छात्र को निष्कासित कर दिया गया। वहीं, एक अन्य परीक्षा केंद्र में किसी और की जगह परीक्षा देते हुए एक व्यक्ति पकड़ा गया, जिसे तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया।

छात्रों से ठगे गए हजारों रुपए, पुलिस ने शुरू की जांच

प्रश्नपत्र वायरल करने के नाम पर कई छात्रों से हजारों रुपए ठगे जाने की खबरें भी सामने आई हैं। कई छात्रों ने कथित रूप से इस प्रश्नपत्र को प्राप्त करने के लिए ₹3000 तक का भुगतान किया। पुलिस अब इस मामले की छानबीन कर रही है और इस रैकेट में शामिल लोगों की तलाश कर रही है।

परीक्षा प्रक्रिया पर उठे सवाल, छात्रों में बढ़ी चिंता

इस तरह की घटनाओं से JAC बोर्ड परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। जिन छात्रों ने पूरी ईमानदारी और मेहनत से परीक्षा की तैयारी की थी, वे खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। प्रशासन अब इस मामले की तह तक जाने के लिए कड़ी जांच कर रहा है।

निष्कर्ष: पारदर्शिता बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत

इस तरह के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए प्रशासन को और भी कठोर कदम उठाने की जरूरत है। परीक्षाओं में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए डिजिटल सुरक्षा को मजबूत करना होगा और ऐसे साइबर अपराधों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी होगी। JAC बोर्ड को भी छात्रों और अभिभावकों में विश्वास बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए

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