छात्र दरबार से मिल रहा है छात्रों को न्याय : कुलपति

 

 

बिहार : भागलपुर

तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के सीनेट हॉल में  कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने छात्र दरबार लगाया।

छात्र दरबार में दर्जनों मामले ऑन द स्पॉट निष्पादित किए गए। मौके पर कुल 198 छात्रों को कुलपति ने डिग्री दी। इसके अलावे छात्रों के पेंडिंग रिजल्ट, मार्क्स, रजिस्ट्रेशन आदि से जुड़ी समस्याओं का निपटारा किया गया।


छात्र दरबार में आए एक दिव्यांग छात्र को कुलपति ने मंच से नीचे उतरकर उन्हें डिग्री सौंपी। वहीं एक छात्रा 11 साल बाद अपनी डिग्री लेने लिए छात्र दरबार में अर्जी लगाई थी।

उक्त छात्रा ने टीएनबी कॉलेज से सत्र 2008-2011 में अर्थशास्त्र विषय से स्नातक पास की थी। छात्रा ने कुलपति को बताया की वर्ष 2011 में शादी हो जाने के कारण वे समय पर अपनी डिग्री नहीं ले पाई थी।
कुछ मामलों को कुलपति ने परीक्षा बोर्ड की बैठक में रखने का भी निर्देश दिया। छात्र दरबार में कुलपति प्रो. जवाहर लाल छात्र-छात्राओं से रूबरू भी हुए। मौके पर उन्होंने छात्र दरबार लगाने के फायदे से अवगत कराया।  रोज विश्वविद्यालय का चक्कर लगाते थे। दूर-दराज से छात्र परीक्षा विभाग आते थे, उनका काम समय पर नहीं होने पर वे निराश होकर घर लौट जाते थे। छात्रों की इसी समस्याओं को देखते हुए उन्होंने विश्वविद्यालय में छात्र दरबार लगाने का फैसला कर लिया था।

छात्र हित में यह कदम एक महत्वपूर्ण निर्णय साबित हुआ। कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने कहा की छात्र दरबार छात्रों की समस्याओं को दूर करने का एक सफलतम, अनोखा और अकल्पनीय प्रयास है। छात्र खुश होकर जा रहे हैं। यह विश्वविद्यालय के लिए प्रसन्नता का विषय है।
वीसी ने कहा की अगले छात्र दरबार से छात्रों को 11.30 बजे तक ही सीनेट हॉल में इंट्री दी जाएगी। लेट से आने वाले छात्रों को प्रवेश नहीं मिलेगा। छात्रों के विलंब से आने पर डिग्री वितरण में काफी परेशानी होती है। इसलिए ऐसी व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने छात्रों से प्रत्येक सप्ताह के शनिवार को समय पर छात्र दरबार में उपस्थित रहने की अपील की है।
कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने कहा की विश्वविद्यालय छात्रों के लिए है। छात्र विश्वविद्यालय के मजबूत आधार स्तंभ होते हैं। उनकी समस्याओं का निराकरण प्राथमिकता के तौर पर किया जा रहा है। छात्र दरबार में छात्रों को तुरंत न्याय मिलेगा। इस व्यवस्था से छात्रों और उनके अभिवावकों में हर्ष व्याप्त है।

वीसी ने कहा की हमें संवेदनशील और जवाबदेय बनकर काम करना है। काम में कोताही और लापरवाही नहीं चलेगी। अधिकारी और कर्मचारी अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन तत्परता के साथ करें। विश्वविद्यालय का सभी काम अब एक निश्चित टाइम फ्रेम वर्क में ही होगा।


छात्र दरबार में डीएसडब्लू डॉ योगेंद्र, प्रॉक्टर डा एसडी झा, परीक्षा नियंत्रक डॉ आनंद कुमार झा, पीआरओ डा दीपक कुमार दिनकर सहित परीक्षा विभाग के सभी सेक्शनों के कर्मी मौजूद थे।

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