वास्तु नियमों के अनुसार तस्वीरों या र्मूर्तियों को रखने मात्र से बनी बनती है मां लक्ष्मी की कृपा

आपने सही सुना है कि वस्तु नियमो को अपना कर सुखमय जीवन हो जाता है ।

यह बातें हम सभी जानते हैं कि घर निर्माण हो या ऑफिस निर्माण । अगर वस्तु के कुछ नियमों को अपना कर  शुरुआत की जाए तो उस जगह पर की नकारात्मकता दूर हो जाती है । और सकारात्मकता आने लगती है ।

ऐसा कहना सही होगा की वास्तु शास्त्र हमारे जीवन को खुशनुमा एहसास दिलाता है । खुशनुमा एहसास का एक कारण धन भी है । धन रहने से काफी हद तक परेशानियां का सामना करना आसान हो सकता है ।

मान्यता अनुसार वास्तु शास्त्र वैदिक निर्माण विज्ञान है ।

कहा जाता है की वास्तु शास्त्र की नींव भगवान विश्वकर्मा ने रखी थी  ।

इस शास्त्र से हमें यह ज्ञान या जानकारी मिलती है कि , हमें कौन सी दिशा में किस वस्तुओं को रख कर उसकी सकारात्मक उर्जा  का प्रभाव हमारे जीवन मे  पर सके ।

आइए हम जानते हैं कि  कौन – कौन से  “मूर्ति  या तस्वीर ” को   अपने घर पर रखकर हम सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह अपने घर के सदस्यों पर करा सके ।

         फिश एक्वेरियम का वास्तु । Fish Aquarium वास्तु शास्त्र के अनुसार मूर्ति और तस्वीर से दूर होती है परेशानीवास्तु शास्त्र के अनुसार फिश एक्वेरियम को शुभ माना गया है । कहावत है कि , कहीं जाते समय अगर मछली दिख जाए या दर्शन हो जाए तो शुभ होता है । एक्वेरियम के अंदर पानी गिरने के हल्की आवाज  से भी वहां की नकारात्मकता दूर होती है ,बशर्ते फिश एक्वेरियम की दिशा सही होनी चाहिए । फिश एक्वेरियम की दिशा पूरब या उत्तर “पूर्वोतर ” में रखना शुभ माना गया  है ।

जिस घर में पति-पत्नी के बीच क्लोहल या अनबन रहती है ,उस घर में फिश एक्वेरियम को मुख्य द्वार के बाई और रखा जाना चाहिए । एक्यूरियम को दाईं ओर रखे जाने पर , घर के पुरुष का मन चंचल हो सकता है ।फिश एक्वेरियम घर के सदस्यों के ऊपर आने वाले विपत्तियों को भी टालती है ।रंगीन मछलियां हो तो और ज्यादा बेहतर है फिश एक्यूरियम में मछलियों की संख्या 9 हो तो अच्छा है जिसमें एक मछली काली भी होनी चाहिए ।कहा जाता है कि  फिश एक्वेरियम की एक भी मछली अगर मरती है तो घर पर आने वाली विपत्तियों को साथ लेकर जाती  है ।

ध्यान रखी जाने वाली बात । फिश एक्वेरियम को किचन रूम या बेडरूम में ना रखें ।

                   

                        .   गाय का वास्तु । cow 

वास्तु शास्त्र के अनुसार मूर्ति और तस्वीर से दूर होती है परेशानी

अभी जैसे जैसे समय बीत रही है , लोग चकाचौंध की दुनिया को पसंद कर रहे है सनातन धर्म में गाय को माँ के समान  माना गया है मान्यता के अनुसार गाय में लगभग 32 करोड से भी ज्यादा देवी देवताओं का वास होता है । गाय को वास्तु दोषों को दूर करने में सक्षम माना गया है ।गाय की सेवा अवश्य करनी चाहिए तथा  सुबह की पहली रोटी गाय को अवश्य खिलानी चाहिए । अगर संभव हो तो गोमूत्र घर में छिड़काव करे । ऐसा करने से वास्तु दोष निष्क्रिय हो  जाता  है । साथ ही हानिकारक कीटाणु नष्ट हो जाती है । अतः गाय की मूर्ति या तस्वीर भी घर में लगाकर सकते हैं । इसे रखकर वास्तु दोष से छुटकारा पाया जा सकता है । घर के उत्तर दीवार पर या पूर्व दीवार पर गाय की तस्वीर लगा सकते हैं इससे महालक्ष्मी की कृपा बनी रहती है ।

दौड़ते हुए सात घोड़े का वास्तु । Seven horses running

 

वास्तु शास्त्र के अनुसार मूर्ति और तस्वीर से दूर होती है परेशानी

हम जानते हैं कि घोड़ा कभी बैठता नहीं है । कहावत है , कि चलता हुआ आदमी और दौड़ता हुआ घोड़ा  कभी बूढ़ा नहीं होता ।जिस घर में सात दौड़ते हुए घोड़े का फोटो हो ,तो उस घर की लगभग तमाम परेशानियां जल्द ही दूर हो सकती है । सात दौड़ते हुए घोड़े व्यवसाय में उन्नति और ऊर्जा  का प्रतीक माना जाता है । क्योंकि शास्त्र के अनुसार सात “7” अंक सार्वभौमिक है ।इंद्रधनुष का रंग भी सात  ‘7’ है , सात दौड़ते हुए घोड़े के फोटो रखने या लटकााने की दिशा का चुनाव पूर्व या उत्तर सही मानी गई है  ।कर्ज में डूबे व्यक्ति इस तस्वीर का को उत्तर या पश्चिम दिशा में लगाएं ।

ध्यान रहे :  घर या ऑफिस जहां साथ दौड़ते हुए घोड़े की तस्वीर लगाए तो , दौड़ते हुए सात घोड़ों का मुख घर या ऑफिस के अंदर की ओर हो ।

                         ऊंट का वास्तु । Camelवास्तु शास्त्र के अनुसार मूर्ति और तस्वीर से दूर होती है परेशानी

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में ऊंट की मूर्ति या फ़ोटो  रखने से घर के सदस्यों के सौभाग्य में वृद्धि की होती है ।

ऊंट को जानवरों में ऊंचा आसमान छूने वाला जानवर माना गयाहै । रोजाना  इसे देखने से आदमी के मन मे आकाश छूने जैसी बुलंदी का एहसास होता है ।  सकारात्मक प्रभाव पाने के लिए ऊंट के तस्वीर या मूर्ति को लिविंग रूम में रख सकते ।।इसकी दिशा उत्तर पश्चिम की तरफ होनी चाहिए । जिस घर के सदस्य “नौकरी”की तालाश कर रहे हों या  नया  “व्यापार” करना चाह रहे हों  तो ऊंट की मूर्ति को घर में रखने से आ रहे व्यवधान में कमी आ जाती है , और सफलता मिलती है !

                     . कछुआ का वास्तु । Turtleवास्तु शास्त्र के अनुसार मूर्ति और तस्वीर से दूर होती है परेशानी

ऐसा देखा गया है कि  कई लोग अपने – अपने घरों में धातु से बने कछुआ को घर में रखना पसंद करते हैं । इसे भगवान विष्णु का रूप भी माना गया है ।

कहते हैं कि : जहां कछुआ रहता है वहां माँ  लक्ष्मी की विशेष कृपा बनी रहती हैं । सनातन धर्म में  कछुआ को कुरमा अवतार माना गया है । समुद्र मंथन के समय भगवान विष्णु कश्यप यानी कछुआ की अवतार बनकर मंदार पर्वत को अपने ऊपर लेकर शेषनाग की सहायता से  मंथन संभव हो पाया था । जिससे देवों एवं असुरों को 14 रत्नों तथा अमृत की प्राप्ति हुई थी । घर में धातु की बनी  कछुआ रखने से, घर के सदस्यों पर आई समस्या भी टल जाती है या समाधान में मदद मिलती है । घर में मुख्य द्वार पर कछुआ का चित्र लगाने से परिवार में शांति बनी रहती हैं । सुख समृद्धि के लिए घर के ड्राइंग रूम में कछुआ का मूर्ति रखना चाहिए ।

कछुआ की  मूर्ति या धातु से बने कछुआ रखने की दिशा पूर्व या उत्तर होनी चाहिए ।ध्यान रहे : कछुआ के मुख की दिशा अंदर की ओर होनी चाहिए !

हंस का वास्तु । Swan ।वास्तु शास्त्र के अनुसार मूर्ति और तस्वीर से दूर होती है परेशानी

हंस का रंग श्वेत होने के कारण सदाबहार  और सादगी का प्रतीक माना गया है ।

माना जाता है कि , घर के ड्राइंग रूम में हंस के जोड़े की मूर्ति रखना शुभ एवं सकारात्मकता का संदेश देता है । इससे आर्थिक लाभ की प्राप्ति भी होती है । अगर वैवाहिक जीवन में कष्टों का सामना करना पड़ रहा है , तो बेडरूम में हंस या बतख के जोड़े की तस्वीर या मूर्ति रख सकते हैं ।इससे पति-पत्नी के बीच प्रेम भी बढ़ता है । हंस का चित्र घर या कार्यस्थल पर लगाने से मन में सकारात्मक विचार आते हैं । पढ़ने वाले छात्र छात्राओं के स्टडी टेबल पर हंस की तस्वीर जरूर रखें ।माँ सरस्वती की सवारी हंस है इसलिए पढ़ने वाले बच्चों पर माँ  सरस्वती की असीम कृपा बनी रहती है।ध्यान रहे : अगर घर के हॉल में तस्वीर लगा रहे हो तो एक ही हंस की तस्वीर लगाएं ।तस्वीर को पश्चिम दिशा या दक्षिण दिशा में लगाने से शुभ फल देता है !

                     हाथी का वास्तु । Elephant

वास्तु शास्त्र के अनुसार मूर्ति और तस्वीर से दूर होती है परेशानी

शास्त्रों में हाथी का संबंध विघ्नहर्ता भगवान गणपति जी से है । पीतल की हाथी :पीतल धातु से बनी हुई हाथी की मूर्ति बेडरूम में रखने मात्र से घर में पति-पत्नी के बीच हो रहे क्लेश या मनमुटाव दूर होता है ।

वास्तु शास्त्र के अनुसार मूर्ति और तस्वीर से दूर होती है परेशानी

ठोस चांदी से बनी हाथी  : ठोस चांदी से बनी हाथी की मूर्ति घर में रखना शुभ माना गया है । लाल किताब के अनुसार ,चांदी की हाथी घर में रखने से संतान को कष्ट नहीं होता । वास्तु की दृष्टि से मूर्ति उत्तर की दिशा में रखना शुभ माना गया है।  ध्यान रहे  : तस्वीर में हाथी का सूर ऊपर की तरफ होने से घर के सदस्यों के लिए तरक्की का कारण बनता है ।

तो यह थे वास्तु शास्त्र के अनुसार कुछ छोटी-छोटी  टिप्स ।    और भी हम कई टिप्स आप लोगों के साथ  शेयर करते रहेंगे । ताकि उन टिप्सों को  अपना कर  अपने साथ-साथ घर में रहने वाले सदस्यों के जीवन को खुशहाल कर पाए !

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