🔴 क्या है SMS स्पूफिंग स्कैम?
आजकल साइबर अपराधी नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को ठग रहे हैं। SMS स्पूफिंग स्कैम ऐसा ही एक खतरनाक साइबर अपराध है, जिसमें अपराधी फर्जी मैसेज भेजकर लोगों के बैंक अकाउंट खाली कर देते हैं। हाल ही में एक महिला के साथ ऐसा ही हुआ, जब उसे बैंक केवाईसी (KYC) अपडेट करने के नाम पर एक फर्जी SMS भेजा गया। इस संदेश में एक वायरस युक्त लिंक था, जिस पर क्लिक करने से उसके फोन में मैलवेयर इंस्टॉल हो गया और देखते ही देखते ₹1,10,000 का नुकसान हो गया।
📌 SMS स्पूफिंग कैसे काम करता है?
चरण | कैसे होती है धोखाधड़ी? |
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1️⃣ फर्जी SMS भेजना | साइबर अपराधी बैंक या वित्तीय संस्थान के नाम से एक फर्जी SMS भेजते हैं। |
2️⃣ वायरस लिंक का जाल | SMS में एक खतरनाक लिंक होता है, जिसे खोलते ही फोन में मैलवेयर इंस्टॉल हो जाता है। |
3️⃣ OTP चोरी करना | मैलवेयर की मदद से स्कैमर्स को आपके फोन के मैसेज की एक्सेस मिल जाती है। |
4️⃣ यूपीआई रजिस्ट्रेशन | अब धोखेबाज आपका यूपीआई फिर से रजिस्टर करते हैं और आपका खाता नियंत्रित कर लेते हैं। |
5️⃣ पैसे निकालना | बिना आपकी जानकारी के आपके बैंक खाते से पैसे निकाल लिए जाते हैं। |
⚠️ SMS स्पूफिंग से कैसे बचें?
इस तरह के साइबर अपराध से बचने के लिए सतर्कता ही सुरक्षा है। कुछ ज़रूरी सावधानियां बरतकर आप अपने बैंक अकाउंट को सुरक्षित रख सकते हैं:
✅ अनजान लिंक पर क्लिक न करें: बैंक कभी भी SMS के जरिए लिंक नहीं भेजता।
✅ केवाईसी अपडेट के लिए सीधे बैंक से संपर्क करें: SMS पर दिए गए लिंक से कोई भी केवाईसी अपडेट न करें।
✅ फोन में एंटी-वायरस और सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें।
✅ SMS और OTP किसी के साथ शेयर न करें।
✅ अगर कोई संदिग्ध मैसेज मिले, तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर रिपोर्ट करें।
🔎 साइबर अपराध की बढ़ती घटनाएं: क्या करें अगर ठगी हो जाए?
अगर आप भी SMS स्पूफिंग स्कैम के शिकार हो जाते हैं, तो तुरंत ये कदम उठाएं:
📞 बैंक को सूचित करें और अपना अकाउंट ब्लॉक करवाएं।
📱 UPI और इंटरनेट बैंकिंग को तुरंत डिसेबल करें।
🔍 साइबर क्राइम पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) पर शिकायत दर्ज करें।
🚔 निकटतम पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराएं।
🛑 निष्कर्ष: डिजिटल सतर्कता ही बचाव है
SMS स्पूफिंग स्कैम एक गंभीर साइबर अपराध बन चुका है, जिससे बचने के लिए हमें डिजिटल सतर्कता अपनानी होगी। कोई भी लिंक खोलने से पहले सोचें, बैंक की आधिकारिक वेबसाइट से ही केवाईसी अपडेट करें और संदिग्ध मैसेज पर भरोसा न करें। “सतर्क नागरिक, सुरक्षित बैंकिंग!” यही साइबर अपराध से बचने का सबसे मजबूत हथियार है।