पटना की सड़कों पर गोलियों की गूंज, एक घंटे तक चला सर्च ऑपरेशन
पटना के कंकड़बाग इलाके में मंगलवार दोपहर एक ऐसा मंजर देखने को मिला जिसने पूरे शहर को हिला कर रख दिया। पुलिस और अपराधियों के बीच सीधा सामना हुआ, जहां चार राउंड फायरिंग की गई। इस खतरनाक मुठभेड़ के बाद पुलिस ने चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि मुख्य आरोपी धर्मेंद्र सिंह यादव फरार हो गया।
कैसे हुआ एनकाउंटर की शुरुआत?
पटना पुलिस के अनुसार, यह मुठभेड़ एक जमीन विवाद से जुड़ी थी। विग्रहपुर का रहने वाला धर्मेंद्र सिंह यादव, जो पहले से ही कई अपराधों में संलिप्त था, अपने साथियों के साथ जमीन पर अवैध कब्जा करने पहुंचा था। पुलिस को जैसे ही इस घटना की सूचना मिली, उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए पूरे इलाके को घेर लिया। अपराधियों ने पुलिस पर गोलियां चलाईं, लेकिन पुलिस ने संयम बनाए रखा और बिना किसी नागरिक को नुकसान पहुंचाए इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
चार गिरफ्तार, मुख्य आरोपी फरार!
इस मुठभेड़ में पुलिस ने चार बदमाशों को पकड़ लिया है। इन सभी का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है, लेकिन मुख्य आरोपी धर्मेंद्र यादव अभी भी फरार है। पुलिस ने उसकी तलाश में कई जगहों पर छापेमारी शुरू कर दी है।
गिरफ्तार आरोपी | स्थिति |
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आरोपी 1 | हिरासत में |
आरोपी 2 | हिरासत में |
आरोपी 3 | हिरासत में |
आरोपी 4 | हिरासत में |
धर्मेंद्र यादव | फरार |
पुलिस का बड़ा ऑपरेशन: चारों ओर से घेराबंदी
जैसे ही अपराधियों ने पास के एक घर में शरण ली, पुलिस और एसटीएफ (STF) की टीम मौके पर पहुंच गई। पूरे इलाके को घेर लिया गया, ताकि अपराधी भाग न सकें। पुलिस ने उन्हें सरेंडर करने का मौका दिया, लेकिन जब कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो एक घंटे तक सर्च ऑपरेशन चला।
सीएम नीतीश कुमार पर बरसे तेजस्वी यादव
इस घटना पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार में अपराध बेलगाम हो चुका है। उन्होंने कहा,
“बिहार में ऐसा कोई दिन नहीं जाता जब 200 राउंड गोलियां न चलती हों। अपहरण, हत्या और हिरासत में मौतें आम हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री सिर्फ वही देखते हैं, जो अधिकारी उन्हें बताने की हिम्मत करते हैं।”
एनकाउंटर में पुलिस ने दिखाई सूझबूझ
पटना एसएसपी अवकाश कुमार ने बताया कि इस ऑपरेशन को पूरी सतर्कता और सूझबूझ के साथ अंजाम दिया गया। पुलिस ने खुद फायरिंग नहीं की, ताकि कोई निर्दोष नागरिक इसकी चपेट में न आ जाए। एसएसपी के अनुसार, जैसे ही जांच पूरी होगी, पूरे मामले की जानकारी मीडिया को दी जाएगी।
अपराधियों के खिलाफ लगातार हो रही कार्रवाई
बिहार पुलिस हाल के दिनों में अपराधियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। कंकड़बाग एनकाउंटर इस बात का प्रमाण है कि अब अपराधियों को खुली छूट नहीं दी जाएगी।
तारीख | घटना | स्थिति |
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10 फरवरी | पटना एनकाउंटर | 4 गिरफ्तार, 1 फरार |
5 फरवरी | गया एनकाउंटर | 2 गिरफ्तार |
2 फरवरी | मुजफ्फरपुर एनकाउंटर | 3 गिरफ्तार |
फरार आरोपी की तलाश तेज
पटना पुलिस ने मुख्य आरोपी धर्मेंद्र यादव की तलाश तेज कर दी है। सभी संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही धर्मेंद्र को भी पकड़ लिया जाएगा।
क्या बिहार में अपराध पर लगेगी लगाम?
यह घटना बिहार में बढ़ते अपराधों की एक और मिसाल है। सरकार अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कहती है, लेकिन क्या यह कार्रवाई वास्तव में असरदार साबित होगी? आने वाले समय में इसका जवाब मिलेगा। फिलहाल, कंकड़बाग एनकाउंटर ने पटना में सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
निष्कर्ष: क्या मिलेगा न्याय?
इस एनकाउंटर ने एक बार फिर से कानून व्यवस्था पर बहस छेड़ दी है। पुलिस की तत्परता और सूझबूझ की तारीफ की जा रही है, लेकिन जब तक सभी अपराधी पकड़े नहीं जाते, न्याय अधूरा रहेगा। पटना पुलिस की इस कार्रवाई ने अपराधियों को एक कड़ा संदेश दिया है—अब कानून से बचना आसान नहीं