होली के पावन अवसर पर जहां पूरा देश रंगों में सराबोर था, वहीं हरियाणा के सोनीपत जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। बीजेपी नेता और मुंडलाना मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र जवाहरा की उनके ही पड़ोसी ने गोली मारकर हत्या कर दी। यह वारदात जमीनी विवाद के कारण हुई, जिसमें आरोपी ने तीन राउंड फायर किए और सुरेंद्र जवाहरा की मौके पर ही मौत हो गई। इस दर्दनाक घटना से इलाके में मातम छा गया है और पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
घटना कैसे हुई?
शुक्रवार (14 मार्च) को सुरेंद्र जवाहरा ने अपने परिवार और बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ होली का त्योहार धूमधाम से मनाया। पूरा दिन खुशियों में बीता, लेकिन रात में जब वे घर लौटे, तो उनके पड़ोसी मोनू ने अचानक उन पर पिस्टल से हमला कर दिया।
➡️ समय: रात करीब 9 बजे
➡️ स्थान: सुरेंद्र जवाहरा का घर, जावरा गांव, सोनीपत
➡️ हथियार: पिस्टल
➡️ फायरिंग: 3 राउंड
➡️ अस्पताल: भगत फूल सिंह राजकीय महिला मेडिकल कॉलेज
हमले के दौरान जान बचाने के लिए सुरेंद्र जवाहरा एक दुकान में घुस गए, लेकिन मोनू ने उन्हें तीन गोलियां मार दीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
क्या था हत्या का कारण?
इस हत्याकांड के पीछे जमीनी विवाद बताया जा रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, 2021 में सुरेंद्र जवाहरा ने मोनू की बुआ की जमीन खरीदी थी, जिसको लेकर दोनों के बीच पहले भी विवाद हो चुका था।
📌 विवाद की प्रमुख वजह:
✔️ 2021 में खरीदी गई जमीन को लेकर मनमुटाव
✔️ पहले भी दोनों के बीच तनातनी
✔️ होली की रात गुस्से में लिया गया खौफनाक फैसला
इस जमीनी विवाद ने एक जिंदगी छीन ली और गांव के शांत माहौल को हिंसा में बदल दिया।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
हत्या के तुरंत बाद सदर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने तीन टीमों का गठन किया है ताकि आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके।
📌 पुलिस की जांच का अपडेट:
🔹 एफआईआर दर्ज: मृतक की पत्नी कमला के बयान पर
🔹 तीन पुलिस टीमें गठित: दो सीआईए और एक मोबाइल एसएचओ टीम
🔹 गोहाना के एसीपी ऋषिकांत का बयान: “आरोपी की जल्द गिरफ्तारी होगी।”
पुलिस के अनुसार, जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गांव में शोक की लहर
इस हत्याकांड से जावरा गांव और सोनीपत जिले में भारी आक्रोश और गम का माहौल है। सुरेंद्र जवाहरा बीजेपी के एक सक्रिय और लोकप्रिय नेता थे, और उनकी हत्या से कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई है।
👉 गांव के लोगों की प्रतिक्रिया:
🔹 “हमने एक अच्छा नेता खो दिया।”
🔹 “यह घटना बहुत दुखद है, हमें न्याय चाहिए।”
🔹 “जमीनी विवाद का हल हिंसा नहीं हो सकता।”
सुरेंद्र जवाहरा की असमय मौत ने उनके परिवार और समर्थकों को गहरे सदमे में डाल दिया है।
निष्कर्ष: न्याय की उम्मीद
इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर जमीनी विवाद से होने वाली हिंसा को उजागर कर दिया है। जहां एक तरफ होली खुशियों का त्योहार है, वहीं दूसरी तरफ इस दिन एक परिवार ने अपना प्रियजन खो दिया। अब पूरा गांव और उनका परिवार इंसाफ की मांग कर रहा है और पुलिस जल्द से जल्द आरोपी को पकड़ने की कोशिश कर रही है।
❗ सवाल यह उठता है कि क्या जमीनी विवाद के कारण किसी की हत्या करना जायज है? क्या ऐसे मामलों को कानूनी रूप से हल नहीं किया जा सकता?
अब न्याय व्यवस्था और पुलिस की कार्यवाही पर सभी की नजरें टिकी हैं। उम्मीद है कि इस मामले में दोषी को जल्द ही सजा मिलेगी और सुरेंद्र जवाहरा को न्याय मिलेगा।