गोपालगंज के मौनीया चौक पर शनिवार को भाकपा-माले के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने वक्फ संशोधन बिल के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। हाथों में बैनर और तख्तियां लिए प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए इस बिल को मुस्लिम समुदाय के धार्मिक मामलों में सीधा हस्तक्षेप बताया। माले नेता अजात शत्रु ने कहा कि यह संशोधन बिल वक्फ बोर्डों की स्वायत्तता को खत्म कर देगा और सरकार को वक्फ संपत्तियों पर सीधा नियंत्रण स्थापित करने का अधिकार दे देगा। उन्होंने आरोप लगाया कि यह बिल समुदाय की राय को नजरअंदाज करते हुए जबरन पारित किया जा रहा है, जो न केवल अल्पसंख्यक अधिकारों पर हमला है, बल्कि धार्मिक स्वतंत्रता के खिलाफ भी है।
प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने ‘वक्फ संशोधन बिल वापस लो’ और ‘धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला बंद करो’ जैसे नारे लगाए। माले नेताओं ने साफ चेतावनी दी कि यदि सरकार ने इस विवादित कानून को वापस नहीं लिया तो वे पूरे राज्य में व्यापक आंदोलन करेंगे। उन्होंने सभी धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक संगठनों से इस संघर्ष में साथ आने की अपील की और कहा कि यह सिर्फ एक समुदाय का मुद्दा नहीं, बल्कि संविधान की मूल भावना और देश की धर्मनिरपेक्षता की रक्षा का सवाल है। आंदोलनकारियों ने सरकार से मुस्लिम समुदाय की भावनाओं का सम्मान करने और इस कानून को तुरंत वापस लेने की मांग की।