एक और बेटी बनी दहेज की भेंट
भोजपुर जिले के उदवंतनगर थाना क्षेत्र में स्थित कसाप गांव से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक 21 वर्षीय नवविवाहिता सरिता कुमारी की रविवार सुबह गला दबाकर निर्मम हत्या कर दी गई। सरिता की शादी को अभी एक साल भी पूरा नहीं हुआ था, और उसने अपने ससुराल में दहेज की लालच में जान गंवा दी। पुलिस जांच में मृतका के गले पर ‘V’ आकार का निशान पाया गया है, जिससे यह स्पष्ट है कि उसकी हत्या गला दबाकर की गई है।
शादी के बाद बढ़ने लगी लालच की मांग
सरिता की शादी 14 मई 2024 को पारंपरिक हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार भोजपुर के ही मनीष सिंह के साथ हुई थी। शादी के कुछ ही महीनों बाद ससुराल वालों ने चार पहिया गाड़ी की मांग शुरू कर दी थी। जब सरिता के मायके वाले दहेज देने में असमर्थ रहे, तो उसे प्रताड़ित किया जाने लगा। उसका भाई मनोज कुमार बताता है कि बहन को अक्सर मारा-पीटा जाता था, जिससे तंग आकर वह दो बार मायके भी भाग आई थी। लेकिन सामाजिक दबाव में पंचायत के ज़रिए उसे वापस ससुराल भेजा गया।
मौत की सूचना बनी सदमा, शव मिला बरामदे में
रविवार की सुबह स्थानीय ग्रामीणों ने सरिता के मायके वालों को फोन कर बताया कि कुछ अनहोनी हो गई है। जब वे ससुराल पहुंचे तो देखा कि सरिता का शव घर के बरामदे में पड़ा था, जबकि घर के अन्य सदस्य फरार हो चुके थे। यह दृश्य देखकर परिवार वाले स्तब्ध रह गए। उन्होंने तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचना दी।
एफआईआर दर्ज, दो आरोपी गिरफ्तार
सरिता के पिता ने अपने दामाद मनीष सिंह, सास कलावती देवी और ससुर रमेश सिंह पर दहेज के लिए हत्या करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पति और सास को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है। मामले की जांच में पुलिस ने कहा है कि मृतका के शरीर पर स्पष्ट चोट के निशान हैं, जो हत्या की पुष्टि करते हैं।
दहेज प्रथा पर एक और काला धब्बा
यह घटना समाज के सामने फिर से यह सवाल खड़ा करती है कि आखिर कब तक बेटियां दहेज की आग में जलती रहेंगी? कानून होने के बावजूद आज भी दहेज के लिए हत्याएं हो रही हैं। ऐसे मामलों में सिर्फ गिरफ्तारी नहीं, बल्कि समाज को भी जागरूक होकर इस कुप्रथा के खिलाफ आवाज उठानी होगी। सरिता की मौत सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि एक करुण पुकार है – बदलाव की, न्याय की।