कार्तिक कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि पर दीपावली का त्यौहार मनाया जाता है दीपावली के दिन प्रदोषकाल में माँ लक्ष्मी की पूजा विधि विधान से किया जाता है |
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दीपावली पर माँ लक्ष्मी प्रकट हुई थी और कार्तिक अमावस्या तिथि पर
माँ लक्ष्मी पृथ्वी लोक पर भ्रमण करने आती हैं |
दीपावली के दिन घरों को दीपों से सजाया जाता है |
दीपावली का त्यौहार अंधकार से प्रकाश ,अज्ञान से ज्ञान और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक होता है दीपावली की रात को विशेष रूप से माँ लक्ष्मी की पूजा की जाती है |
दीपावली पर माँ लक्ष्मी और भगवान श्री गणेश की पूजा में सभी चीजों का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन दीपावली के खास मौके पर कुछ खास चीजें ऐसी भी होती हैं जिसे पूजन में जरूर शामिल किया जाना चाहिए मान्यता है कि इससे माँ लक्ष्मी जल्द ही प्रसन्न होती हैं और धंधा से भर देती हैं सुखी समृद्धि से भर देती हैं माँ लक्ष्मी अत्यंत ही दयावान होती हैं |
माँ लक्ष्मी जी के चरण का चिन्ह
शास्त्रों में मां लक्ष्मी सुख समृद्धि धन दौलत और ऐश्वर्य प्रदान करने वाली देवी हैं माँ लक्ष्मी के प्रसन्न होने पर व्यक्ति धनवान और समृद्ध साली हो जाता है और जीवन से धन की कमी हमेशा के लिए दूर हो जाती है माँ लक्ष्मी की पूजा में उनके चरण चीन की पूजा होनी चाहिए ऐसे में दिवाली पर देवी लक्ष्मी की पूजा में सोने चांदी या धातु से बने चिन्ह चरण चिन्ह जरूर रखना चाहिए अगर सोने चांदी से बने चिन्ह ना रख सके तो कागज पर बने चिन्ह की जरूर पूजा करनी चाहिए
दक्षिणावर्ती
माँ लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा में शंख का विशेष महत्व होता है बिना संघ के माता लक्ष्मी की पूजा अधूरी मानी जाती है धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दिवाली पर माता लक्ष्मी की पूजा में दक्षिणावर्ती शंख की पूजा से सुख समृद्धि आती है माता लक्ष्मी और दक्षिणावर्ती शंख की उत्पत्ति समुद्र मंथन के दौरान हुई थी इस कारण से दक्षिणावर्ती शंख को लक्ष्मी जी का भाई माना जाता है ऐसे में दिवाली पर लक्ष्मी पूजा में दक्षिणावर्ती शंख भी जरूर रखें |
श्री यंत्र
मां लक्ष्मी की पूजा आराधना श्री यंत्र के बिना अधूरी होती है इसलिए दिवाली पर मां लक्ष्मी की पूजा में श्री यंत्र को जरूर शामिल करें |
खीर का भोग
दीपावली पर महालक्ष्मी को भोग में खीर भी शामिल करें खीर महालक्ष्मी का प्रिय भोजन है ऐसे में दीपावली पर मिठाई के अलावा घर पर मेरे से बने खीर जरुर चढ़ाएं |
वंदनवार
ऐसी मान्यता है कि मां लक्ष्मी उन्हीं घरों में अपने अंश रूप में विराजमान होती हैं |जहां पर साफ-सफाई सबसे ज्यादा होती है दिवाली पर माँ लक्ष्मी के स्वागत के लिए घर के मुख्य द्वार पर आम पीपल और अशोक के नए कोमल पत्तों की माला पिरो कर वंदनवार लगाएं मुख्य द्वार पर वंदनवार लगाने से महालक्ष्मी जल्द प्रसन्न होती हैं |
पीली कौड़ी
पीली कौड़ियों को धन और माता लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है दिवाली पर पीलि कोरी को मां लक्ष्मी की पूजा के दौरान जरूर शामिल करना चाहिए पूजा के बाद इन कौरियों को तिजोरी में रखा जाता है |
पान के पत्ते
हिंदू धर्म में पूजा और धार्मिक अनुष्ठान में पान की जरूर शामिल करें दीपावली पर महालक्ष्मी और भगवान श्री गणेश की पूजा में पान के पत्ते के ऊपर स्वास्तिक का निशान जरूर बनाएं |
गन्ना
मां लक्ष्मी की सवारी एरावत हाथी है इसलिए मां लक्ष्मी को गज लक्ष्मी भी कहा जाता है एरावत हाथी को गन्ना खाना बहुत ही लोकप्रिय होता है इसलिए मां लक्ष्मी की पूजा में गन्ने को जरूर शामिल करें |
धनिया
बहुत से लोग धनिया के बीज खरीद कर घर में रखते हैं इसे सौभाग्य वह संपन्नता का प्रतीक माना जाता है दीपावली पर लक्ष्मी पूजा की थाली में इसे रखते हैं |
कमल का फूल
माता लक्ष्मी हमेशा कमल के फूल पर विराजमान होती हैं और उन्हें कमल का फूल बहुत ही प्रिय होता है इसलिए दीपावली के दिन महालक्ष्मी की पूजा में कमल के फूल को जरूर शामिल करें
कमलगट्टा का माला
कहा जाता है कि पूजा में कमलगट्टा का माला जरूर शामिल करना चाहिए और मां लक्ष्मी अष्टक पढ़ना चाहिए और पूजन के बाद उस कमलगट्टे का माला को लाल कपड़े में बांधकर धन के स्थान पर रख दें इससे मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है |