बेगूसराय : डेस्क
बेवफाई की सबसे दर्दनाक मिसाल बनी रोज़ी प्रवीण की कहानी, जिसने प्यार के लिए अपने धर्म और परिवार को छोड़कर मंदिर में शादी कर ली थी। लेकिन अब वही प्रेमी, जिसने जन्म-जन्मांतर साथ निभाने का वादा किया था, उसे अपनाने से इनकार कर रहा है। अब रोज़ी इंसाफ के लिए दर-दर भटक रही है, लेकिन उसे अब तक न्याय नहीं मिला।
💔 जब प्यार ने दिया धोखा : प्रेम कहानी जो दर्द में बदल गई
बेगूसराय जिले के फुलवरिया थाना क्षेत्र के बारो बाजार वार्ड नंबर 13 की रहने वाली रोज़ी प्रवीण एक सामान्य लड़की थी, जो अपने करियर पर ध्यान देना चाहती थी और दरोगा बनने का सपना देख रही थी। लेकिन उसकी जिंदगी 2012 में बदल गई, जब उसकी मुलाकात मंतेश कुमार से हुई। यह मुलाकात दोस्ती में बदली और फिर दोस्ती प्यार में।
मंतेश ने रोज़ी को शादी का सपना दिखाया, उसे भरोसा दिलाया कि वह उसके बिना नहीं रह सकता, और दोनों साथ रहने लगे। इस दौरान रोज़ी ने अपने परिवार से दूरी बना ली और मंतेश के प्यार पर ही भरोसा कर लिया।
लेकिन यह भरोसा एक दिन सबसे बड़ा धोखा साबित हुआ।
⛪ मंदिर में शादी और धर्म परिवर्तन – फिर भी नहीं मिला अपनाने का हक़
रोज़ी प्रवीण ने 9 सितंबर 2024 को अपने प्रेमी के कहने पर हिंदू धर्म अपना लिया। उसने सिंदूर और मंगलसूत्र पहनकर मंदिर में सात फेरे लिए और कोर्ट मैरिज भी कर ली। उसने अपनी पूरी पहचान, अपना धर्म, और अपने परिवार का साथ छोड़कर केवल अपने प्रेमी पर विश्वास किया।
शादी के कुछ दिन तो ठीक रहे, लेकिन फिर धीरे-धीरे मंतेश का व्यवहार बदलने लगा। उसने रोज़ी से दूरी बनानी शुरू कर दी। बात-बात पर झगड़े होने लगे। वह अब रोज़ी को अपनाने के लिए तैयार नहीं था।
⚖ धोखे का दर्द – प्रेमी ने दूसरी शादी की तैयारी कर दी!
शादी के बाद मंतेश ने रोज़ी को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। वह चाहता था कि रोज़ी उसकी हर बात माने, और जब उसने विरोध किया, तो उसके साथ मारपीट की गई।
लेकिन सबसे बड़ा झटका तब लगा जब रोज़ी को पता चला कि मंतेश दूसरी शादी करने की तैयारी कर रहा है! यह सुनते ही उसकी दुनिया उजड़ गई। उसने सोचा था कि प्रेम के लिए उसने जो बलिदान दिया, वह व्यर्थ नहीं जाएगा, लेकिन आज वह पूरी तरह से अकेली और असहाय महसूस कर रही है।
🚔 इंसाफ की तलाश – पुलिस भी नहीं दे पा रही राहत
रोज़ी इस धोखे को सहन नहीं कर पाई और थाने पहुंचकर पुलिस से इंसाफ की गुहार लगाई।
📌 पुलिस की प्रतिक्रिया:
✅ पुलिस ने दोनों पक्षों को काउंसलिंग के लिए बुलाया।
✅ प्रेमी मंतेश का कहना है कि वह अपनी पत्नी को अपनाने के लिए तैयार है, लेकिन उसका परिवार इसके खिलाफ है।
✅ पुलिस मामले की जांच कर रही है और जरूरत पड़ने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
लेकिन रोज़ी के लिए यह वक्त बहुत कठिन है। उसे हर तरफ से निराशा ही हाथ लग रही है।
💡 धर्म परिवर्तन और धोखे से सबक – क्या सिखाती है यह घटना?
यह घटना हर उस लड़की के लिए एक बड़ा सबक है, जो प्रेम के नाम पर अपना सब कुछ कुर्बान करने को तैयार हो जाती है।
⚠ ध्यान देने योग्य बातें:
📌 भावनाओं में बहकर कोई बड़ा फैसला न लें – शादी, धर्म परिवर्तन और जीवन से जुड़े बड़े फैसले सोच-समझकर ही लें।
📌 परिवार को विश्वास में लें – कई बार माता-पिता और परिवार का विरोध सही होता है।
📌 प्रेम में आत्मसम्मान न खोएं – सच्चा प्यार वह होता है जो सम्मान दे, न कि छोड़कर भाग जाए।
📌 कानूनी अधिकारों की जानकारी रखें – महिलाओं के लिए कानून में कई सुरक्षा उपाय हैं, जिनका सही तरीके से उपयोग किया जा सकता है।
📜 कानूनी अधिकार – क्या कहता है भारतीय कानून?
✅ यदि कोई व्यक्ति शादी के नाम पर किसी लड़की के साथ शारीरिक संबंध बनाता है और फिर उसे छोड़ देता है, तो यह अपराध माना जाता है।
✅ अगर कोई व्यक्ति धर्म परिवर्तन करवाकर शादी करता है और फिर पत्नी को छोड़ देता है, तो वह धारा 420 (धोखाधड़ी) और 376 (बलात्कार) के तहत कानूनी कार्रवाई का सामना कर सकता है।
✅ यदि कोई पति अपनी पत्नी को छोड़ देता है और दूसरी शादी करता है, तो वह “बिगेमी” (द्विविवाह) के अपराध में दोषी पाया जा सकता है।
💭 निष्कर्ष – प्यार में धोखे से बचें, खुद को कमजोर न बनाएं
रोज़ी प्रवीण की यह कहानी हर लड़की के लिए चेतावनी है कि प्रेम के नाम पर अपनी पहचान न खोएं।
💔 सच्चा प्यार वह होता है जो आपका सम्मान करे, न कि आपको अकेला छोड़ दे।
⚖ यदि आपको कभी भी लगे कि आपको धोखा दिया जा रहा है, तो तुरंत कानूनी मदद लें।
🚨 अपने अधिकारों को जानें और किसी भी हाल में खुद को असहाय न समझें।
रोज़ी आज इंसाफ की लड़ाई लड़ रही है, लेकिन यह सवाल हर लड़की के लिए भी है – क्या प्यार के लिए अपना सब कुछ छोड़ देना सही है?