राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष दानिश इकबाल ने बिहार में एक बड़े अभियान की शुरुआत की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि 10 अप्रैल से बिहार के सभी जिलों में वक्फ से जुड़े मुद्दों को लेकर चौपाल लगाई जाएगी। इस चौपाल का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा और मुस्लिम समुदाय को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। राजद के विधायक और एमएलसी इन चौपालों में शामिल होकर जनता से सीधे संवाद करेंगे।
बैठक के दौरान दानिश इकबाल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि एक समय था जब लगता था नीतीश देश के प्रधानमंत्री बन सकते हैं, लेकिन अब वे मुखिया बनने लायक भी नहीं बचे हैं। दानिश ने नीतीश पर दोहरे चरित्र का आरोप लगाते हुए कहा कि वे इफ्तार पार्टी में तो मुसलमानों के साथ दिखते हैं, लेकिन पीठ पीछे उनके साथ अन्याय करते हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि इस व्यवहार का असर आने वाले चुनाव में साफ दिखेगा।
दानिश इकबाल ने केंद्र सरकार पर भी गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार एक तरफ खुद को मुस्लिम हितैषी दिखाती है, लेकिन असल में उनके अधिकारों को धीरे-धीरे खत्म किया जा रहा है। उन्होंने पूछा कि जब राम मंदिर ट्रस्ट में कोई मुस्लिम ट्रस्टी नहीं है, तो फिर वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिमों की नियुक्ति क्यों की जा रही है? यह कदम मुस्लिम समाज के साथ अन्याय है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार हर चुनाव से पहले एक खास समुदाय को लुभाने के लिए नई-नई चालें चलती है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मदरसों पर की गई कार्रवाइयों का जिक्र करते हुए कहा कि ये सभी योजनाएँ केवल राजनीतिक फायदे के लिए चलाई जा रही हैं। ऐसी नीतियाँ समाज में विभाजन पैदा करती हैं और अल्पसंख्यकों के बीच भय का वातावरण बनाती हैं।
राजद का यह वक्फ चौपाल अभियान सिर्फ एक राजनीतिक गतिविधि नहीं, बल्कि एक जन-जागरण है। इसका उद्देश्य लोगों को उनके संवैधानिक अधिकारों के बारे में जागरूक करना है। राजद इस अभियान से यह संदेश देना चाहता है कि वह अल्पसंख्यकों के साथ खड़ा है और वक्फ संपत्तियों की रक्षा के लिए हर स्तर पर संघर्ष करेगा।