गाजियाबाद के नंदग्राम इलाके में एक चौंकाने वाली घटना ने लोगों को हिला कर रख दिया। जोमैटो डिलीवरी बॉय की दबंगई का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। गढ़ी गांव के निवासी आधार चौधरी ने जोमैटो से खाना ऑर्डर किया था, लेकिन जब डिलीवरी बॉय निशांत ऑर्डर लेकर उनके घर पहुंचा, तो ग्राहक फोन पर व्यस्त था। लंबे इंतजार से नाराज निशांत ने आधार चौधरी से बहस शुरू कर दी। बात इतनी बढ़ गई कि यह मामूली बहस एक गंभीर झगड़े में बदल गई। निशांत ने गुस्से में अपने गांव सिकरोड से आधा दर्जन हथियारबंद साथियों को बुलाकर ग्राहक के घर पर हमला कर दिया।
सीसीटीवी फुटेज ने खोली सच्चाई
यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसमें दिखा कि डिलीवरी बॉय और उसके साथियों ने न सिर्फ आधार चौधरी और उनके दोस्त प्रिंस को बेरहमी से पीटा, बल्कि घर के बाहर फायरिंग भी की। हमलावरों ने घर के बाहर खड़ी गाड़ियों को भी निशाना बनाया। स्कॉर्पियो कार और बाइक को तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया। फायरिंग की आवाज सुनकर आसपास के लोग डर के मारे घरों में दुबक गए। इलाके में दहशत का माहौल बन गया और हर कोई यह सोचने पर मजबूर हो गया कि एक मामूली विवाद इतना बड़ा रूप कैसे ले सकता है।
पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार
इस हिंसक वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत हरकत में आई। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने जांच शुरू की और त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। नंदग्राम एसीपी पूनम मिश्रा ने बताया कि पीड़ित आधार चौधरी की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि बाकी आरोपियों की तलाश जारी है और पुलिस लगातार दबिश दे रही है। इस मामले ने क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इलाके में दहशत और डर का माहौल
इस घटना के बाद से नंदग्राम इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। स्थानीय लोग डरे हुए हैं कि एक साधारण डिलीवरी बॉय इतने बड़े अपराध को अंजाम दे सकता है। लोग इस घटना के बाद ऑनलाइन डिलीवरी सेवाओं की सुरक्षा पर सवाल उठा रहे हैं। इस घटना ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या डिलीवरी एजेंसियों को अपने कर्मचारियों की पृष्ठभूमि की जांच को और कड़ा करने की जरूरत है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक आरोपी गिरफ्तार नहीं होते, तब तक उनका डर खत्म नहीं होगा।
सुरक्षा उपायों पर उठे सवाल
यह घटना ऑनलाइन डिलीवरी सेवाओं की सुरक्षा में लापरवाही की ओर इशारा करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि डिलीवरी कंपनियों को अपने कर्मचारियों की कड़ी पृष्ठभूमि जांच करनी चाहिए और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों को मजबूत करना चाहिए। पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने जरूर लोगों को राहत दी है, लेकिन घटना ने कई अहम मुद्दों को उजागर कर दिया है। गाजियाबाद की यह घटना भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए एक चेतावनी है।