22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देश को दहला दिया, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान गई। इस दर्दनाक घटना ने पूरे देश में गुस्से की लहर दौड़ा दी। लेकिन इस हमले के असर ने शेयर बाजार में भी बड़ा असर डाला। जैसे ही खबर फैली, डिफेंस कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला। निवेशकों को लगा कि अब भारत अपनी सुरक्षा तैयारियों को और मजबूत करेगा।
सबसे ज्यादा फोकस में रहा पारस डिफेंस का शेयर, जिसने दो दिनों में लगभग 25% की उछाल दर्ज की। मंगलवार को यह 15% बढ़कर 1316 रुपये तक पहुंच गया और बुधवार को भी 10% की तेजी के साथ निवेशकों की पसंद बना रहा। खास बात यह रही कि उसी दिन कंपनी की बोर्ड मीटिंग थी, जिसमें डिविडेंड और स्टॉक स्प्लिट जैसे प्रस्ताव थे—इससे निवेशकों का उत्साह और बढ़ गया।
पारस डिफेंस के साथ-साथ पूरा डिफेंस सेक्टर हरे निशान में नजर आया। निफ्टी डिफेंस इंडेक्स दो दिन में 10% चढ़ गया। बीईएल, कोचिन शिपयार्ड, मजगांव डॉक, गार्डन रिच शिपबिल्डर्स और HAL जैसे नामों ने भी जबरदस्त रिटर्न दिया। डेटा पैटर्न्स 12% और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स 4.72% की तेजी के साथ टॉप गेनर रहा। इससे यह साफ है कि निवेशकों का भरोसा अब डिफेंस सेक्टर में और गहराता जा रहा है।
विश्लेषकों का मानना है कि पाकिस्तान के उकसावे वाले बयानों और सीमा पर तनाव के बीच निवेशक डिफेंस सेक्टर को सुरक्षित विकल्प मान रहे हैं। आने वाले समय में सरकार से डिफेंस बजट और घरेलू उत्पादन में बढ़ोतरी की उम्मीद है। इस वजह से डिफेंस कंपनियों के शेयर और ऊंचाई छू सकते हैं। डर और संकट के माहौल में यही सेक्टर निवेशकों को मुनाफे की गारंटी दे रहा है।