मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में सड़क सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने अधिकारियों को सख्ती से आदेश दिया है कि एक्सप्रेस-वे एवं हाईवे के किनारे शराब की दुकानें नहीं होनी चाहिए। साथ ही, ई-रिक्शा चालकों का वैरिफिकेशन भी अनिवार्य किया जाएगा, ताकि नाबालिग बच्चों द्वारा ई-रिक्शा चलाने की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके। बैठक में मुख्यमंत्री ने अन्य यातायात-संबंधी नियमों को कड़ाई से लागू करने के निर्देश भी दिए।
1. सड़क सुरक्षा को लेकर सीएम का बड़ा कदम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक के दौरान कहा कि शराब की दुकानें हाईवे एवं एक्सप्रेस-वे के किनारे नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि:
✔ शराब की दुकानों के बड़े साइनेज को छोटा किया जाए, ताकि सड़क पर अनावश्यक ध्यान न भटके।
✔ बिना परमिट की बसों और डग्गामार वाहनों पर रोक लगाई जाए।
✔ ओवरलोडेड ट्रकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और बिना परमिट के वाहनों को प्रदेश की सीमा पर ही रोक दिया जाए।
इस पहल का उद्देश्य न केवल दुर्घटनाओं को रोकना है, बल्कि सड़क पर अनुशासन बनाए रखना भी है।
2. एनएचएआई की सड़कों पर सुरक्षा के लिए नए उपाय
सीएम योगी ने राज्य में राष्ट्रीय राजमार्गों (NHAI) की सुरक्षा को बढ़ाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि:
🔹 हाईवे पर क्रेन, पेट्रोलिंग वाहन और एंबुलेंस की संख्या बढ़ाई जाए।
🔹 सिर्फ 4 सड़कों पर कैमरे लगे हैं, बाकी सभी सड़कों पर सीसीटीवी कैमरे लगाना अनिवार्य किया जाए।
🔹 सड़क पार करते समय होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए फुटओवर ब्रिज का निर्माण किया जाए।
सुरक्षा उपाय | लागू किए जाने वाले स्थान | लाभ |
---|---|---|
सीसीटीवी कैमरे | सभी NHAI सड़कें | यातायात निगरानी व दुर्घटना नियंत्रण |
फुटओवर ब्रिज | दुर्घटना संभावित क्षेत्र | पैदल यात्रियों की सुरक्षा |
क्रेन एवं एंबुलेंस | एक्सप्रेसवे और हाईवे | त्वरित आपातकालीन सेवाएं |
3. ई-रिक्शा चालकों का होगा कड़ाई से वैरिफिकेशन
सीएम योगी ने ई-रिक्शा ड्राइवरों के वैरिफिकेशन को अनिवार्य करने का आदेश दिया। उन्होंने बताया कि कई नाबालिग बच्चे ई-रिक्शा चला रहे हैं, जिससे सड़क दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। इसके तहत:
✅ सभी ई-रिक्शा चालकों का पुलिस वैरिफिकेशन किया जाएगा।
✅ नाबालिग बच्चों को ई-रिक्शा चलाने से रोका जाएगा।
✅ बिना लाइसेंस वाले ई-रिक्शा को जब्त किया जाएगा।
यह कदम यातायात को सुरक्षित और संगठित बनाने में सहायक होगा।
4. ट्रैफिक जाम से राहत के लिए नई रणनीति
सीएम योगी ने ट्रैफिक प्रबंधन को सुधारने के लिए सिविल पुलिस और होमगार्ड के जवानों को ट्रेनिंग देने की योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि:
🚦 ट्रैफिक नियंत्रण के लिए अतिरिक्त मानव संसाधन का उपयोग किया जाए।
🚦 अस्पतालों, स्कूलों और मुख्य बाजारों के बाहर टेबल टॉप स्पीड ब्रेकर का निर्माण किया जाए।
🚦 सिविल पुलिस, पीआरडी और होमगार्ड के जवानों को ट्रैफिक प्रबंधन में लगाया जाए।
इससे यातायात सुचारू होगा और जाम की समस्या से राहत मिलेगी।
5. सड़क सुरक्षा को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता
इस बैठक में संबंधित विभागों के मंत्री, शासन के अधिकारी, मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, पुलिस कमिश्नर और पुलिस अधीक्षक भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह कड़ा रुख साफ दर्शाता है कि यूपी में सड़क सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
सरकार की यह पहल न केवल दुर्घटनाओं को कम करेगी, बल्कि नागरिकों के लिए सुरक्षित और अनुशासित यातायात प्रणाली को भी सुनिश्चित करेगी।