BIHAR News:प्रेम की अंतिम कसौटी: भागलपुर की दर्दनाक प्रेम कहानी

रहस्यमयी मौत या मजबूरी का फैसला?

भागलपुर के एक होटल में घटी एक रहस्यमयी घटना ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया। प्रेमी रोशन भारती (23) और साक्षी कुमारी (21) का शव एक कमरे में फंदे से लटका मिला। मौके से पुलिस को एक संदेहजनक सुसाइड नोट भी प्राप्त हुआ, जिसमें लिखा था—
“साथ जी नहीं पाए, तो साथ मर रहे हैं!”

यह शब्द न सिर्फ एक प्रेम कहानी का अंत थे, बल्कि समाज की उस कठोर सच्चाई को भी उजागर कर रहे थे, जहां प्रेम को अब भी स्वीकृति नहीं मिलती।


होटल के कमरे में सन्नाटा और मौत की आहट

यह घटना MS होटल के सर्वेंट क्वार्टर में हुई, जहां रोशन कैटरिंग का काम करता था और साक्षी अपनी पढ़ाई में व्यस्त थी।
पांच साल से चल रहे इस प्रेम प्रसंग का अंत इतना भयानक होगा, इसका अंदाजा किसी को नहीं था।

होटल का दरवाजा अंदर से बंद था। जब रोशन काम पर नहीं पहुंचा, तो स्टाफ ने उसका दरवाजा खटखटाया। लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं आया। जबरन दरवाजा खोला गया, तो भीतर का दृश्य रूह कंपा देने वाला था

कमरे के बीचों-बीच फंदे से झूलते दो शव।
सुसाइड नोट में दर्दनाक इकरार।
मोबाइल फोन स्विच ऑफ।
कमरे में पसरा हुआ गहरा सन्नाटा।


प्रेम का अंत या समाज की हार?

साक्षी झारखंड के गोड्डा जिले की रहने वाली थी, जबकि रोशन कहलगांव से था। दोनों के बीच प्रेम था, लेकिन परिवार की बंदिशों ने इस प्रेम को स्वीकारने से इनकार कर दिया। आखिरकार, दोनों ने एक साथ मरने का फैसला लिया

भागलपुर SSP हृदय कांत ने बताया कि यह मामला आत्महत्या का लग रहा है, लेकिन पुलिस हर कोण से इसकी जांच कर रही है

क्या यह सचमुच आत्महत्या थी, या इसके पीछे कोई गहरी साजिश थी?


प्रेम पर समाज की बंदिशें कब तक?

यह सिर्फ एक प्रेम कहानी का अंत नहीं, बल्कि समाज के कठोर नियमों की हार थी।
क्या परिवार का विरोध ही प्रेमियों की मौत का कारण बना?
क्या समाज प्रेम को अपनाने के लिए तैयार नहीं?
क्यों दो मासूम जिंदगियों को इस दर्दनाक अंत को गले लगाना पड़ा?

इन सवालों का जवाब शायद किसी के पास नहीं, लेकिन यह घटना एक बड़ा सवाल छोड़ जाती है— क्या प्रेम करना अपराध है?

(हमारा समाज कब बदलेगा? अपनी राय नीचे कमेंट में दें

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