समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर प्रखंड के सोमनाहा गांव के वार्ड 9 मोहल्ला में मंगलवार रात एक घर में अचानक आग लग गई। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि घर में सो रहे लोगों को किसी तरह जान बचाकर भागना पड़ा। घटना की जानकारी मिलते ही गांव के लोग इकट्ठे हुए और काफी प्रयासों के बाद आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक घर का सारा सामान जलकर राख हो चुका था। इस हादसे में करीब 5 लाख रुपये मूल्य का सामान नष्ट हो गया।
घटना रात के लगभग 10 बजे की है। पीड़ित परिवार के सदस्य सोनी देवी ने बताया कि उनके घर में एक पुराना एल्बेस्टस नुमा घर था, जहां अचानक आग लग गई। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि लोगों को समय रहते भागकर अपनी जान बचानी पड़ी। जब आसपास के लोग शोरगुल सुनकर मौके पर पहुंचे, तब पानी और मिट्टी डालकर आग बुझाई जा सकी। लेकिन तब तक घर में रखा हर सामान जलकर खाक हो चुका था।
सबसे ज्यादा दुखद बात यह है कि पीड़ित परिवार की बेटी की शादी इस साल मई महीने में होने वाली थी। इसके लिए सोनी देवी ने लकड़ी से बने फर्नीचर का निर्माण कराया था, जो इस हादसे में पूरी तरह जलकर राख हो गया। यह फर्नीचर शीशम और सागवान की लकड़ी से तैयार किया गया था, जिसकी कीमत काफी अधिक थी। इसके अलावा, घर में रखा अनाज, कपड़ा, पंखा, और अन्य जरूरी सामान भी जलकर नष्ट हो गए।
घटना की सूचना मिलने के बाद ग्रामीणों ने तत्काल आंचल प्रशासन को जानकारी दी। इस हादसे ने पीड़ित परिवार को बड़ा आर्थिक और भावनात्मक आघात पहुंचाया है, क्योंकि उनकी बेटी की शादी के लिए तैयार किए गए फर्नीचर का पूरा सामान जलकर राख हो गया। अब परिवार को न केवल अपने सामान का नुकसान हुआ है, बल्कि शादी की तैयारी में भी भारी रुकावट आई है।
यह घटना गांव में चर्चा का विषय बन गई है और स्थानीय प्रशासन से यह उम्मीद जताई जा रही है कि पीड़ित परिवार को मदद मिल सके, ताकि वे इस कठिन परिस्थिति का सामना कर सकें।
इस दुखद घटना ने यह भी दिखा दिया कि आग लगने की घटनाएं कितनी तेजी से फैल सकती हैं और इसके लिए सावधानी बरतना कितना जरूरी है। गांववासियों के प्रयासों से आग पर काबू पाया जा सका, लेकिन अगर समय पर मदद नहीं मिलती, तो यह हादसा और भी भयानक रूप ले सकता था।