Bihar Bhumi Survey 2025: 7 दिन में कर लें यह जरूरी काम, नहीं तो जमीन पर खतरा!

क्या आपकी जमीन भी खतरे में है? जानिए 31 मार्च से पहले क्या करना जरूरी है!

बिहार में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने भूमि सर्वेक्षण को लेकर सख्त निर्देश जारी किए हैं। यदि आपके पास भी कोई जमीन है, तो आपको 31 मार्च 2025 से पहले एक अहम काम निपटाना होगा। यदि आपने यह प्रक्रिया पूरी नहीं की, तो भविष्य में आपकी प्रॉपर्टी पर कानूनी संकट आ सकता है!

क्या आप जानते हैं कि स्व-घोषणा प्रमाण पत्र जमा करना अनिवार्य है? यदि नहीं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं कि क्या है यह प्रक्रिया, कैसे करें आवेदन, और कौन-कौन से दस्तावेज जरूरी हैं?


क्या है बिहार भूमि सर्वेक्षण 2025?

बिहार सरकार ने फरवरी 2025 से राज्य में भूमि सर्वेक्षण कार्य को तेज कर दिया है। इस सर्वे के तहत राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग सभी जमीनों का रिकॉर्ड अपडेट कर रहा है। लेकिन यदि भूमि मालिक (रैयत) ने अपनी जमीन का स्व-घोषणा प्रमाण पत्र जमा नहीं किया, तो आगे चलकर उन्हें बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

अब सवाल यह उठता है कि…

  1. स्व-घोषणा प्रमाण पत्र क्या है?

  2. कहां और कैसे इसे जमा करें?

  3. 31 मार्च के बाद क्या होगा?


स्व-घोषणा प्रमाण पत्र क्या है?

स्व-घोषणा प्रमाण पत्र (Self-Declaration Certificate) एक सरकारी दस्तावेज है, जिसमें भूमि मालिक (रैयत) को अपनी जमीन से संबंधित सभी कानूनी जानकारी और स्वामित्व के प्रमाण देने होते हैं। यह प्रमाण पत्र यह पुष्टि करता है कि भूमि पर कोई विवाद नहीं है और जमीन का मालिक सही व्यक्ति ही है

यदि यह दस्तावेज जमा नहीं किया गया, तो:
✔ आपकी जमीन का कानूनी रिकॉर्ड अधूरा रहेगा।
✔ भूमि विवाद या सरकारी कार्यवाही में आपका स्वामित्व साबित करना मुश्किल हो सकता है।
✔ भूमि पर किसी अन्य व्यक्ति का दावा हो सकता है।


31 मार्च 2025 से पहले क्या करना जरूरी है?

👉 स्व-घोषणा प्रमाण पत्र जमा करें।
👉 यह प्रक्रिया ऑफलाइन और ऑनलाइन, दोनों तरीकों से पूरी की जा सकती है।
👉 सर्वे टीम द्वारा भूमि की जाँच की जाएगी और रिकॉर्ड अपडेट किया जाएगा।

📌 कहाँ जमा करें?
ऑफलाइन: अपने गाँव के सर्वे ऑफिस में जाकर प्रमाण पत्र जमा करें।
ऑनलाइन: बिहार भूमि सर्वेक्षण की अधिकृत वेबसाइट पर जाकर दस्तावेज अपलोड करें।


ऑनलाइन आवेदन करने का तरीका

  1. बिहार भूमि सर्वेक्षण की सरकारी वेबसाइट पर जाएं।

  2. स्व-घोषणा प्रमाण पत्र (Self-Declaration Certificate) अपलोड करने का विकल्प चुनें।

  3. आवश्यक दस्तावेजों को स्कैन करके अपलोड करें

  4. ऑनलाइन फॉर्म को भरें और सबमिट करें

  5. आवेदन संख्या नोट कर लें और उसकी एक कॉपी सेव करें।

📌 ज़रूरी दस्तावेज:
✔ जमीन के स्वामित्व से जुड़े दस्तावेज
✔ आधार कार्ड और पहचान पत्र
✔ भूमि कर रसीद
✔ बैंक खाता विवरण
✔ मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी


अगर 31 मार्च तक प्रमाण पत्र जमा नहीं किया तो क्या होगा?

🚨 जमीन मालिकों के लिए खतरा! 🚨

यदि 31 मार्च 2025 तक स्व-घोषणा प्रमाण पत्र जमा नहीं किया जाता, तो भूमि सर्वेक्षण में आपकी जमीन का स्वामित्व रिकॉर्ड अधूरा रह सकता है। इससे भविष्य में:

भूमि विवादों में फंस सकते हैं।
सरकारी रिकॉर्ड में जमीन का मालिकाना हक साबित करना मुश्किल होगा।
भविष्य में जमीन बेचने, गिरवी रखने या ट्रांसफर करने में दिक्कत आएगी।


क्या इस तारीख को आगे बढ़ाया जा सकता है?

सरकार ने अभी तक 31 मार्च की अंतिम तारीख बढ़ाने का कोई संकेत नहीं दिया है। हालांकि, यह संभावना है कि जनता की मांग पर इसे आगे बढ़ाया जा सकता है। लेकिन अगर तारीख नहीं बढ़ी, तो क्या आप जोखिम उठाना चाहेंगे?


अब आपके लिए कुछ ज़रूरी सवाल:

क्या आपने अपनी जमीन का स्व-घोषणा प्रमाण पत्र जमा कर दिया है?
क्या आपको लगता है कि इस प्रक्रिया को और आसान बनाया जाना चाहिए?
अगर आप 31 मार्च से पहले यह काम पूरा नहीं कर पाए, तो आप क्या करेंगे?

👉 अपनी राय कमेंट में बताएं और इस महत्वपूर्ण जानकारी को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं!

Leave a Comment