घटना का विवरण
बिहार के मुंगेर जिले में एक बार फिर पुलिस पर हमला हुआ है। सोमवार रात डायल-112 की एक टीम जब ग्रामीणों द्वारा बंधक बनाए गए दो लोगों को बचाने पहुंची, तो वहां मौजूद भीड़ ने उन पर पथराव और हमला कर दिया। इस घटना में तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मुंगेर के पुलिस अधीक्षक सैयद इमरान मसूद ने बताया कि इस मामले में 28 नामजद आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इनमें से 24 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि बाकी की तलाश जारी है।
🔹 पूरी घटना: क्या हुआ था फसियाबाद में?
- डायल-112 को सूचना मिली कि फसियाबाद गांव में ग्रामीणों ने दो लोगों को बंधक बना लिया है और उनकी पिटाई कर रहे हैं।
- सूचना मिलते ही खड़गपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम मौके पर पहुंची।
- पुलिस ने देखा कि सामुदायिक भवन के बाहर बड़ी संख्या में ग्रामीण, महिलाएं और पुरुष इकट्ठा थे, और भवन को बाहर से ताला लगाया हुआ था।
- पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करते हुए बंधक बनाए गए विक्की कुमार और संजेश कुमार को हिरासत में लिया और पूछताछ की।
🔹 क्यों भड़की भीड़?
ग्रामीणों ने बताया कि फसियाबाद के गोविंद कुमार अपने छोटे भाई अंकुश कुमार को शौच कराने बाहर ले जा रहे थे। इसी दौरान तीन बदमाश बाइक पर आए, उन्होंने गोविंद का मोबाइल छीन लिया और उसके साथ मारपीट की।
- इस घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने विक्की और संजेश को पकड़कर सामुदायिक भवन में बंधक बना लिया।
- जब पुलिस ने उन्हें छुड़ाने की कोशिश की, तो गांव वालों ने विरोध करना शुरू कर दिया।
- जैसे ही पुलिस ने दोनों को थाने ले जाने की कोशिश की, उग्र भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया और पुलिस टीम पर हमला कर दिया।
🔹 पुलिस पर लगातार हो रहे हमले
यह पहली बार नहीं है जब मुंगेर में पुलिस को इस तरह की हिंसा का सामना करना पड़ा है।
📌 14 मार्च को भी एक सहायक अवर निरीक्षक (ASI) संतोष कुमार सिंह की हत्या कर दी गई थी।
📌 वह दो गुटों के विवाद को शांत कराने गए थे, लेकिन एक पक्ष ने उन पर हमला कर दिया।
तारीख | घटना | परिणाम |
---|---|---|
14 मार्च | एएसआई संतोष कुमार सिंह पर हमला | पुलिस अधिकारी की मौत |
18 मार्च | पुलिस टीम पर हमला, पथराव | 3 पुलिसकर्मी घायल, 24 गिरफ्तार |
🔹 पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
➡️ पुलिस ने 28 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।
➡️ 24 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
➡️ बाकी आरोपियों की तलाश में छापेमारी जारी है।
पुलिस प्रशासन ने ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कानून अपने हाथ में न लेने की चेतावनी दी है।
🔹 निष्कर्ष
मुंगेर में पुलिस पर लगातार हमले चिंता का विषय बन गए हैं। अपराधियों को पकड़ने के बजाय ग्रामीण खुद कानून हाथ में ले रहे हैं, जिससे हालात बिगड़ते जा रहे हैं। पुलिस अब इस मामले में सख्त कार्रवाई करने के मूड में है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़ा संदेश दिया जा सके।