ऑमीक्रोन के बढ़ते प्रभाव पुराने साल की विदाई व नववर्ष के स्वागत की तैयारी-रहें सतर्क कहीं लापरवाही पड़े ना भारी
एकतरफ पुराने साल की विदाई व नववर्ष के स्वागत के लिए लोग जश्न मनाने की तैयारी में अभी से जुट गये हैं। वहीं कोरोना की तीसरी लहर ऑमीक्रोन का खतरा को देखते हुए बहुत लोग सहमे हुए हैं। लेकिन लोगों के बीच जो नववर्ष के स्वागत का उत्साह है।वह कोरोना की तीसरी लहर पे भारी है। शहर के अधिकांश लोगों ने पिकनिक मनाने का प्लान तो बनाया है लेकिन वह इसके लिए ज्यादा दूर नहीं जायेंगे।
ऐसे में आइए जानते हैं
शहर के आसपास के पिकनिक स्पॉट की वर्तमान स्थिति एवं जिला प्रशासन द्वारा कोरोना लेकर तैयारी की विस्तृत रिपोर्ट…………..
शहर के आसपास के पिकनिक स्पॉट जाने के साधन और वहां की वर्तमान स्थिति
1. श्री चम्पापुर सिद्ध क्षेत्र दिगंबर जैन मंदिर, कबीरपुर।
यहाँ पर बारहवें तीर्थंकर भगवान वासुपूज्य के पाँचों कल्याणक हुए हैं।
जैन धर्म के अलावा यहां पर अन्य धर्म के लोग भी घूमने के लिए आते हैं। आवागमन के साधन रेलवे स्टेशन से 4 कि.मी. की दूरी पर यह अवस्थित है। निकटतम रेलवे स्टेशन नाथनगर से इसकी दूरी 1 किलोमीटर की है। वर्तमान स्थिति यह है कि सड़क मार्ग ठीक है। लेकिन मंदिर के पिछले हिस्से में बने पार्क में नाले का पानी जमा होने की वजह से उस पार की स्थिति बहुत ही खराब है।
2.बाबा बूढानाथ मंदिर।
नव वर्ष के उपलक्ष में लोग पूजा पाठ करने के ख्याल से यहां पर आते हैं। शहर के जोगसर स्थित गंगा तट पर विराजमान त्रेता युग से बाबा बूढ़ानाथ का मंदिर अपने आप में अंग क्षेत्र की गौरव गाथा गाता है।शिव पुराण के द्वादश अध्याय के अनुसार जब बाल्यावस्था में भगवान राम और लक्ष्मण तारकासुर का वध करके आगे बढ़ रहे थे तो उसी वक्त वशिष्ठ मुनि द्वारा उन्हें यहां लाया गया था और उन्हीं के द्वारा शिवलिंग स्थापित करके पूजा अर्चना की गई थी। शहर के चारों ओर से यहां पर आया जा सकता है इसके लिए सड़क मार्ग सबसे उत्तम रास्ता है। रेलवे स्टेशन से इसकी दूरी 2 किलोमीटर है। वर्तमान स्थिति यह है कि आप अपने परिवारों के साथ आकर यहां पूजा अर्चना के साथ साथ बने पार्क में नव वर्ष का आनंद ले सकते हैं।
3. जय प्रकाश उद्यान सैंडिस कंपाउंड।
शहर के बीचोंबीच स्थित जयप्रकाश उद्यान नव वर्ष मनाने के लिए सबसे बेहतर जगहों में से एक हैं। यहां पर आप अपने परिवारों के संग दोस्तों के संग पूरे हर्षोल्लास के साथ नव वर्ष का आनंद ले सकते हैं। पार्क में लगे बच्चों के लिए झूले नेहरू स्मारक ऑडिटोरियम यहां की शोभा में चार चांद लगाते हैं। भागलपुर रेलवे स्टेशन से इसकी दूरी 3 किलोमीटर है। आप शहर के चारों दिशा से यहां पर सड़क मार्ग से आ सकते हैं।
वर्तमान स्थिति यह है कि स्मार्ट सिटी द्वारा चल रहे निर्माण कार्य को लेकर यहां पर आपको धूल से परेशानी हो सकती है।
4. महर्षि मेंही आश्रम कुप्पाघाट।
भागलपुर रेलवे स्टेशन से 6 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित गंगा किनारे या मनोरम स्थान महर्षि मेंही आश्रम के नाम से जाना जाता है। आप अपने परिवार के संग यहां पर आकर नव वर्ष का लुत्फ उठा सकते हैं।
वर्तमान स्थिति यह है कि बुडको द्वारा चलाए जा रहे कार्य को लेकर वहां तक पहुंचने में चार पहिया वाहनों को काफी मशक्कत करनी पड़ सकती है। हालांकि सदर एसडीओ धनंजय कुमार ने कहा है कि नव वर्ष तक सड़क मार्ग को दुरुस्त कर दिया जाएगा।
5.विक्रमशिला गंगेटिक डॉल्फिन।
जो लोग प्रकृति का आनंद के बीचो-बीच नव वर्ष को मनाना चाहते हैं उनके लिए विक्रमशिला गंगेटिक डॉल्फिन क्षेत्र बहुत ही शानदार होगा। सुल्तानगंज से लेकर कहलगांव तक आप इस विक्रमशिला गंगेटिक डॉल्फिन क्षेत्र में डॉल्फिन के अठखेलियां के साथ-साथ प्रवासी पक्षियों का का आनंद ले सकते हैं। लेकिन दुख की बात यह है कि यहां तक जाने के लिए आपको प्राइवेट नाव या बोट लेना पड़ेगा। क्योंकि वन विभाग या जिला प्रशासन द्वारा विक्रमशिला गंगेटिक डॉल्फिन घूमने के लिए किसी तरह की सुविधाएं अब तक मुहैया नहीं की गई है। यहां जाने का साधन आप इस बरारी पुल घाट से इसके अलावा आप सुल्तानगंज एवं कहलगांव से भी नाव के साथ सफर कर सकते हैं।
इसके अलावा आप जगतपुर वेटलैंड क्षेत्र, और कदवा दियारा क्षेत्र भी जा सकते हैं इसके लिए आपको भागलपुर स्थित जीरोमाइल से बस की सुविधा मिलेगी।
6. विक्रमशिला विश्वविद्यालय कहलगांव।
पाल वंश के राजा धर्मपाल द्वारा स्थापित विक्रमशिला विश्वविद्यालय अपने आप में क्षेत्र की गौरव गाथा को बतलाता है। नव वर्ष में आप यहां पर अपने परिवारों संग जाकर नववर्ष का आनंद ले सकते हैं। भागलपुर रेलवे स्टेशन से 35 किलोमीटर की दूरी पर या अवस्थित है।
इसका निकटतम रेलवे स्टेशन कहलगांव या विक्रमशिला है।
सड़क मार्ग से यहां तक जाना बहुत ही दुर्लभ है क्योंकि वर्तमान में एनएच80 की स्थिति बहुत ही दयनीय है।
7. मंदार पर्वत, ओढ़नी डेम ।
भागलपुर से सटे बांका जिले में के बौंसी में अवस्थित मंदार पर्वत नव वर्ष मनाने के लिए लोगों के बीच बहुत ही लोकप्रिय है। क्योंकि आप यहां पर पहाड़ के साथ-साथ आपको जल क्रीडा
रोपवे का आनंद ले सकते हैं। भागलपुर जिला मुख्यालय से मंदार पर्वत की दूरी लगभग 52 किलोमीटर वही ओढ़नी डैम की दूरी लगभग 58 किलोमीटर है ।
भागलपुर से सड़क मार्ग के द्वारा वहां पर जा सकते हैं। इसके अलावा रेलवे मार्ग भी पूरी तरह से सुविधा जनक है।
यहां पहुंचने का निकटतम रेलवे स्टेशन बौंसी है।
8. इसके अलावा भी भागलपुर जिले के आसपास के क्षेत्रों में जो घूमने के स्थान हैं उनमें शामिल जैसे,
शहर में
लाजपत पार्क, टीला कोठी, बाबा भूतनाथ मंदिर, एवं
शहर से बाहर
कहलगांव की तरफ बढ़ने पर बाबा बटेश्वर नाथ मंदिर
गंगा के बीचो बीच स्थित पहाड़
सुल्तानगंज में बाबा अजगैबीनाथ मंदिर जाकर आप
परिवारों के साथ नववर्ष का आनंद ले सकते हैं।
कोरोना की तैयारी
नव वर्ष के साथ-साथ आपको इस बात का पूरी तरह से ख्याल रखना है कि वर्तमान जो हालात फिर से पनप रहे हैं। उनके लिए पूरी तरह से सतर्कता जरूरी है। नव वर्ष के साथ-साथ आपको सामाजिक दूरी का पालन, मास्क पहनना, आदि का ख्याल रखना बहुत ही जरूरी है।
आइए जानते हैं जिला स्वास्थ्य प्रशासन द्वारा कोरोना के लिए कितना है तैयारी।
1. रेलवे स्टेशन भागलपुर
रेलवे स्टेशन पर कोरोना जांच के लिए 3 शिफ्ट में कर्मी लगाए गए हैं। पहले से अब वहां पर जांच की स्थिति बहुत ही बेहतर है। सोमवार को शाम 4 बजे तक लगभग एक सौ से अधिक लोगों की कोरोना जांच की गई थी।
लोगों में जागरूकता की कमी है लोग जांच करवाना नहीं चाहते हैं। हमारे द्वारा पकड़ पकड़ कर ट्रेन से उतरने वाले लोगों की जांच की जाती है। वहीं सिविल सर्जन द्वारा रात्रि में कोरोना जांच करने वालों को ठंड से बचने के लिए कोरोना जांच केंद्र पर दोनों तरफ से साइडर लगा दिए गए हैं,ताकि कर्मी रात में भी बैठ कर आराम से जांच कर सके।
2. बस स्टैंड।
कोरोना को लेकर जिला प्रशासन द्वारा शहर के तीनों बस स्टैंड पर अब तक कोरोना जांच लिए किसी तरह की सुविधा नहीं है। कोयला बस डिपो, तिलकामांझी स्थित सरकारी बस डिपो, जीरोमाइल स्थित बस स्टैंड, पर अब तक जिला स्वास्थ्य प्रशासन द्वारा एक भी जांच टीम नहीं भेजी गई है। आपको बता दें कि प्रतिदिन इन तीनों जगहों पर से 10,000 से अधिक यात्री सफर करते हैं। ऐसी स्थिति रही तो जो वर्तमान हालात हैं वह शहर के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
3.सदर अस्पताल।
यहां पर कोरोना जांच की सुविधा पूरी तरह से बेहतर है प्रतिदिन यहां पर एंटीजन टेस्ट और आरटी पीसीआर टेस्ट दोनों हो रहे हैं। जानकारी के मुताबिक लगभग प्रतिदिन 200 से ऊपर एंटीजन और 50 से अधिक आरटी पीसीआर टेस्ट होते हैं।
4. मायागंज अस्पताल।
यहां पर भी कोरोना जांच की सुविधा बेहतर है। इलाज करवाने आए इमरजेंसी के मरीजों को इमरजेंसी में करोना जांच किया जाता है प्रतिदिन 50 से अधिक कोरोना जांच इमरजेंसी में होता है। इसके अलावा मायागंज अस्पताल के पिछले हिस्से में बने आइसोलेशन वार्ड में भी प्रतिदिन 50 से अधिक कोरोना जांच होता है जिसमें आरटीपीसीआर और एंटीजन दोनों शामिल है।
नववर्ष को लेकर पिकनिक स्पॉट सहित सभी जगहों पर तैनात होंगे जांच कर्मी- सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ उमेश शर्मा ने बताया कि नववर्ष को लेकर शहर के पिकनिक स्पॉटों पर इसके अलावा जिले में जो भी पिकनिक स्पॉट हैं वहां पर कोरोना जांच के लिए जांचकर्मी की तैनाती की जाएगी। इसके लिए जिला स्वास्थ्य प्रशासन से तैयारी कर रही है।
नववर्ष के दिन सभी जगहों पर कर्मी की तैनाती कर दी जाएगी,ताकि जो लोग अपना जांच करवाना चाहते हैं या जो टीका लेना चाहते हैं, ले सकते हैं। साथ ही लोगों से एक अपील है कि कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए सामाजिक दूरी का ख्याल रखें मास्क पहनें।